इंदौर (मध्य प्रदेश): पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन यहां सोमवार को उस वक्त पत्रकारों से थोड़ी अप्रसन्न दिखीं, जब स्थानीय भाजपा कार्यालय में तिल-गुड़ बांटने के कार्यक्रम के बीच इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कुछ संवाददाताओं ने उन्हें बाइट (बयान) देने के लिए कह दिया। महाजन ने कार्यक्रम के मंच से कहा, "हमारा आज यहां तिल-गुड़ बांटने का कार्यक्रम है। मुझे इस कार्यक्रम के बीच बाइट नहीं देनी है। आप इस कार्यक्रम के बाहर मुझसे कभी भी बाइट ले सकते हो।"
तिल-गुड़ बांटने का कार्यक्रम में भाजपा की करीब 150 महिला कार्यकर्ता मौजूद थीं। चलते कार्यक्रम में मीडिया बाइट मांगे जाने से अप्रसन्न 76 वर्षीय भाजपा नेता ने कहा, "आप कार्यक्रम बिगाड़ कर मुझसे बाइट देने के लिए मत कहो। मैं हाथ जोड़ रही हूं कि कृपा करके आप इतना अधिकार मत जताओ।" पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, "मुझे (मीडिया को) बाइट देना पसंद नहीं है, क्योंकि हमारे मन में कुछ भाव-भावनाएं रहती हैं और हमें इनके मुताबिक बात करनी होती है। लेकिन इन्हें (पत्रकारों को) वह बयान चाहिए जो ये हमारे मुंह से कहलवाना चाहते हैं। हम ऐसा क्यों बोलें?"
महाजन ने यह भी कहा, "पूरी दुनिया में कुछ न कुछ चलता रहता है। राजनीति में कोई न कोई कुछ न कुछ बोलता रहता है। लेकिन इन्हें (पत्रकारों को) बस एक लाइन की बाइट चाहिए। हमें तो राष्ट्र के पूरे जीवन की बात करनी है।"
"ताई" (मराठी में बड़ी बहन का संबोधन) के नाम से मशहूर 76 वर्षीय भाजपा नेता इंदौर से वर्ष 1989 से 2014 के बीच लगातार आठ बार लोकसभा चुनाव जीते थे। लेकिन 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को चुनाव नहीं लड़ाने के भाजपा के नीतिगत निर्णय को लेकर मीडिया में खबरें आने के बाद उन्होंने वक्त की नजाकत को भांपते हुए पांच अप्रैल 2019 को खुद घोषणा की थी कि वह बतौर उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगी।