नई दिल्ली। अलिगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में PhD की पढ़ाई बीच में छोड़कर आतंकवादी बने मन्नान वानी की मौत पर कश्मीर में शियासत शुरू हो गई है। कश्मीर में अलगाववादी ताकतें बुरहान वानी की तरह मन्नान वानी को हीरो साबित करने में जुट गई हैं। यहां तक की राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती तक ने मन्नान की मौत को एक नुकसान बताया है।
महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विटर हेंडल पर लिखा कि आज एक PhD स्कॉलर ने जीवन की जगह मौत को चुना, उसकी मृत्यू पूरी तरह से हमारा नुकसान है और हम अपने पढ़े लिखे युवाओं को रोजाना गंवा रहे हैं। इसके आगे महबूबा ने लिखा कि समय आ गया है कि देश के सभी राजनीतिक दल इन हालात की गंभीरता को समझें और इस खूनखराबे को रोकने के लिए बातचीत के जरिए पाकिस्तान समेत सभी पक्षों को साथ लेकर हल निकालें।
मन्नान वानी की मौत के विरोध में आल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने शुक्रवार को बंद का आहवान किया है। इसके अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूख ने ट्विटर पर मन्नान वानी को लेखक तथा बुद्धिजीवी बताया और शुक्रवार को बंद का आहवान किया।
सुरक्षाबलों ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ के दौरान 2 आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकियों में अलिगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी से PhD छोड़कर आतंक की राह पकड़ने वाला मन्नान वानी भी शामिल था।