भुज: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा उन पर गले लगाने की कूटनीति (हगप्लोमेसी) विवाद को लेकर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष डोकलाम में जब भारतीय सेना चीनी सेना के समक्ष खड़ी थी तो वह कांग्रेस नेता (राहुल गांधी) थे जिसने चीनी राजदूत को गले लगाया था। मोदी ने उत्तरी गुजरात में रैली को संबोधित करते हुए कहा, "जब भारतीय सेना डोकलाम में 70 दिनों तक चीनी सैनिक के साथ आंख से आंख मिला रही थी, तब आप (राहुल गांधी) चीन के राजदूत को गले लगा रहे थे। जब भारतीय सेना देश के लिए खड़ी थी, तब आप चीनी राजदूत को गले लगा रहे थे। किसके लिए? मैं आपसे प्रश्न पूछ रहा हूं।"
उन्होंने लोगों को उरी हमले के बाद भारत द्वारा सीमा पार किए गए गए सर्जिकल स्ट्राइक को याद दिलाते हुए कहा, "मैं मोदी हूं। मैं सरदार पटेल की जन्म भूमि में पला-बढ़ा हूं..। जिन लोगों ने देश को लूटा है, उन्हें इसका हिसाब देना पड़ेगा।" मोदी ने पूछा, "मैंने एक कांग्रेस कार्यकर्ता से कांग्रेस के सभी अध्यक्ष के नाम लिखने के लिए कहा। जो लोग कांग्रेस नेताओं के नाम नहीं जानते, वह हमारे देश का कैसे विकास कर सकते हैं?"
उन्होंने कहा, "कितनों को कामराज और देभरभाई (यू.एन देभर) याद हैं जो राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के अध्यक्ष थे। पार्टी में ऐसे कई हैं जिनकों ये भी नहीं पता कि देभरभाई एक गुजराती थे। जो पार्टी एक परिवार से ज्यादा नहीं सोच सकती, आप उनसे क्या उम्मीद करेंगे?" मोदी ने विश्वास जताते हुए कहा कि भाजपा गुजरात में 182 विधानसभा सीट में 151 सीटों पर कब्जा करेगी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को हाफिज सईद की रिहाई को लेकर मोदी सरकार की कूटनीति पर निशाना साधा था और ट्वीट कर कहा था, "नरेंद्रभाई, बात नहीं बनी। आतंक का मास्टरमाइंड रिहा हो गया। राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तानी सेना को लश्कर फंडिंग मामले में क्लीन चिट दे दी है। 'हगप्लोमेसी' (गले लगाने की नीति) काम नहीं आई। तत्काल और गले लगाने की जरूरत है।"