पाकिस्तान की जेल में कथित जासूसी के आरोप में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से कुछ दिन पहले उनकी मां और पत्नी इस्लामाबाद में मिलीं. पाकिस्तान ने इस मुलाक़ात के दौरान कुछ गड़बड़ करने और अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में अपना केस मज़बूत करने की साज़िश रची थी लेकिन जाधव की मां अवंति जाधव की समझदारी ने पाकिस्तान के नापाक इरादों पर पानी फेर दिया.
एक प्रमुख अंग्रेज़ी दैनिक में छपी ख़बर के अनुसार सोमवार को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में कुलभूषण जाधव से हुई अपनी मुलाकात में अवंति जाधव ने यह होशियारी से भरा साहसिक काम किया. दरअसल हुआ यूं कि मां और पत्नी चेतना से मुलाक़ात के दौरान जाधव पाकिस्तान की तरफ से दाख़िल की गई चार्जशीट का जि़क्र करने लगे तभी उनकी मां अवंति जाधव ने नाराज़ होकर बीच में उन्हें टोका और कहा कि 'तुम ऐसा क्यों कह रहे हो? तुम तो ईरान में व्यापार कर रहे थे, जहां से तुम्हें अगवा किया गया. तुम्हें सच बताना चाहिए.'
मुलाकात के दौरान जाधव ने दोनों का अजीब तरीके से अभिवादन किया था. वो पाकिस्तान द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों को कबूलते हुए लग रहे थे. लगा रहा था मानो कुलभूषण पाकिस्तान के इशारे और दबाव में ऐसा बोल रहे हों. भारत शुरू से इन आरोपों का विरोध कर रहा है.
22 महीने की कैद के बाद परिवार को देखने और मिलने के बाद जैसी प्रतिक्रिया होनी चाहिए थी, कुलभूषण की वैसी नहीं थी. उनके बदले हुए व्यवहार पर मां अवंति जाधव यकीन नहीं कर पा रही थीं. पाकिस्तानी अधिकारियों की निगरानी के बावजूद 70 साल की अवंति ने अपने बेटे को कहा कि वो पाकिस्तान आर्मी और आईएसआई की दी गई स्क्रिप्ट न पढ़े.
अवंति की हिम्मत और साहस ने पाकिस्तानी अधिकारियों के उन इरादों पर पानी फेर दिया है जो कुलभूषण जाधव के अपनी मां और पत्नी के सामने 'कबूलनामे' की रिकॉर्डिंग को भारत और उनके खिलाफ मजबूती से पेश करने की साजिश रच रहे थे.
पाकिस्तान ने शुरू में सिर्फ कुलभूषण जाधव की पत्नी चेतना को ही वीज़ा दिया था, लेकिन भारत के दबाव के चलते उनकी मां को भी वीज़ा जारी किया गया. भारत को इस बात की आशंका है कि पाकिस्तान कुलभूषण और उनकी मां और पत्नी के बीच हुई बातचीत के सबूत के साथ छेड़छाड़ कर सकता है, हालांकि भारत के लिए यह राहत की बात है कि अवंति की सूझबूझ और हिम्मत से पाकिस्तान की योजना पर पानी फिर गया है.