इंदौर। मध्यप्रदेश के कुख्यात हनी ट्रैप गिरोह के जाल में फंसे कुछ प्रभावशाली लोगों से जुड़े कथित ऑडियो-वीडियो पर आधारित खबरों को लेकर मचे हड़कंप के बाद यहां एक कारोबारी के मीडिया संस्थान और उसके अन्य ठिकानों पर पुलिस और प्रशासन ने शनिवार देर रात छापे मारे। इसके साथ ही, कारोबारी, उसके बेटे और उससे जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ अलग-अलग आरोपों में तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि स्थानीय कारोबारी जीतेन्द्र सोनी के घर, होटल, रेस्तरां और नाइट क्लब पर छापे मारे गये। सोनी, एक सांध्य दैनिक के मालिक और प्रधान संपादक भी हैं। इस मीडिया संस्थान पर भी छापा मारा गया। इंदौर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रुचिवर्धन मिश्र ने "पीटीआई-भाषा" को बताया कि एमआईजी, पलासिया और कनाड़िया के पुलिस थानों में अलग-अलग इल्जाम को लेकर दर्ज तीन प्राथमिकियों के आरोपियों में जीतेन्द्र सोनी, उनके बेटे अमित सोनी और उनसे जुड़े अन्य लोगों के नाम शामिल हैं। इन मामलों की जांच के संबंध में ये छापे मारे गये।
सोनी का सांध्य दैनिक हनी ट्रैप मामले में फंसे राजनेताओं और नौकरशाही से जुड़े रसूखदार लोगों से संबंधित कथित ऑडियो-वीडियो पर आधारित खबरें पिछले कई दिनों से प्रकाशित और प्रसारित कर रहा था। इस बीच, इंदौर प्रेस क्लब और प्रदेश के अन्य पत्रकार संगठनों ने सोनी के मीडिया संस्थान और उनके कारोबारी ठिकानों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को डराने का सरकारी प्रयास करार देते हुए इसकी तीखी निंदा की है। सोशल मीडिया पर भी पत्रकार इस कार्रवाई को लेकर विरोध जता रहे हैं।
पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि हनी ट्रैप मामले के शिकायतकर्ता और इंदौर नगर निगम के निलंबित अधीक्षण इंजीनियर हरभजन सिंह ने सांध्य दैनिक में छपी खबर को लेकर आईटी एक्ट के संबद्ध प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी है। अधिकारी के मुताबिक सिंह का आरोप है कि सांध्य दैनिक के मालिक ने उनकी निजता का हनन करते हुए उनके खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री प्रकाशित की और इसके ऑडियो-विजुअल अंशों को अलग-अलग माध्यमों पर प्रसारित भी किया।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक शनिवार देर रात से शुरू हुई एक अन्य मुहिम के दौरान गीता भवन चौराहे पर सोनी परिवार के चलाये जा रहे एक नाइट क्लब से 67 युवतियों और महिलाओं को "बचाया गया" है। इनके साथ कुछ बच्चे भी थे। इनमें पश्चिम बंगाल और असम की बार डांसर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि नाइट क्लब से जुड़े मामले में भारतीय दंड विधान की धारा 370 (मानव तस्करी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इस क्लब से "बचायी गयी" महिलाओं को एक आश्रय स्थल में रखा गया है और उनके बयान दर्ज किये जा रहे हैं। अधिकारी ने यह भी बताया कि सोनी के घर पर मारे गये छापे में कारतूस बरामद होने के बाद आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। उन्होंने बताया कि सोनी की तलाश जारी है, जबकि उनके बेटे अमित को हिरासत में लिया गया है। पुलिस तीनों मामलों की विस्तृत जांच कर रही है।