मुंबई: जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी के महबूबा सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद शिवसेना ने करारा हमला बोला है। भाजपा पर तेज हमला करते हुए शिवसेना ने गुरुवार को आरोप लगाया कि अराजकता फैलाने के बाद भगवा दल जम्मू-कश्मीर में सत्ता से बाहर हो गया और उसने जो लालच दिखाया है, उसके लिए इतिहास उसे कभी माफ नहीं करेगा। गौरतलब है कि शिवसेना ने जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन पर पहले भी कई बार हमला बोला था और इसे एक देशद्रोही गठबंधन करार दिया था।
शिवसेना ने भाजपा के कदम की तुलना अंग्रजों के भारत छोड़कर जाने से करते हुए कहा कि जब भाजपा इस उत्तरी राज्य में आतंक और हिंसा पर लगाम नहीं लगा पाई तो उसने इसका ठीकरा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) पर फोड़ दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि ‘देश चलाना बच्चों का खेल नहीं है।’ जम्मू-कश्मीर में PDP के साथ सत्तारूढ़ गठबंधन से भाजपा ने पिछले दिनों समर्थन वापस ले लिया था जिसके कारण महबूबा मुफ्ती को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद, बुधवार को राज्य में राज्यपाल शासन लगा दिया गया था। बीते एक दशक में यह चौथी बार था जब यहां राज्यपाल शासन लगाया गया।
अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने लिखा, ‘घाटी में अराजकता फैलाने के बाद भाजपा कश्मीर में सत्ता से बाहर चली गई। वहां हालात कभी भी इस हद तक नहीं बिगड़े थे। इतने बड़े स्तर पर खून की नदियां कभी नहीं बहीं थी और पहले कभी इतनी बड़ी संख्या में जवान शहीद नहीं हुए थे। यह सब घाटी में भाजपा के शासन में हुआ। हालांकि इसका दोष PDP नेता महबूबा मुफ्ती पर मढ़ दिया गया और भगवा दल एक सज्जन पुरूष की तरह सत्ता से बाहर हो गया।’ संपादकीय में लिखा, ‘कश्मीर की सरकार लालच के कारण बनी थी। इस लालच की बहुत बड़ी कीमत देश को, जवानों को और कश्मीर के लोगों को चुकानी पड़ी। इसके लिए इतिहास भाजपा को कभी माफ नहीं करेगा।’