शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए धुआंधार प्रचार का दौर आज समाप्त हो गया। इस दौरान सत्तारूढ़ कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भाजपा के बीच तीखी जुबानी जंग देखने को मिली। राज्य में नौ नवंबर को मतदान होना है।
भाजपा ने राज्य में हालांकि प्रेम कुमार धूमल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है लेकिन परोक्ष रूप से प्रचार अभियान की कमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही संभाली हुई थी। उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर केंद्र पर जोरदार पलटवार किया।
भाजपा के मुख्य रणनीतिकार और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अलावा कई केंद्रीय मंत्री और दोनों पक्षों के शीर्ष नेताओं ने मुकाबले को आर-पार का बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हिमाचल प्रदेश के दो बार के मुख्यमंत्री 73 वर्षीय धूमल की कोशिश कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार वीरभद्र सिंह को रिकॉर्ड सातवीं बार सत्ता में आने से रोकने की होगी।
राज्य में कांग्रेस के शीर्ष नेता 83 वर्षीय सिंह भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे हैं। साथ ही राज्य कांग्रेस प्रमुख सुखविंदर सिंह सुखू से उनके मतभेद खुलकर सामने आ गए। सिंह सुखू को पद से हटवाना चाहते थे लेकिन चुनाव से पहले यह मुमकिन नहीं हो सका। कांग्रेस के पुराने दिग्गज के सामने सत्ता विरोधी लहर से जूझने की चुनौती भी होगी।