नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को एक बार फिर हाथरस में हुए कथित गैंगरेप मामले पर बयान दिया है। प्रियंका ने दावा किया कि हाथरस में कथित गैंगरेप और हत्या के मामले की पीड़िता के चरित्र को धूमिल करने और अपराध के लिए उसे ही जिम्मेदार ठहराने का विमर्श पैदा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बेहद ही घिनौनी बात है। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने यह भी कहा कि यह दलित लड़की बदनामी की नहीं, बल्कि न्याय की हकदार है।
‘वह बदनामी नहीं, न्याय की हकदार है’
प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘लड़की के चरित्र को धूमिल करने और उसके खिलाफ हुए अपराध के लिए किसी न किसी तरह उसी को जिम्मेदार ठहराने के मकसद से एक विमर्श पैदा किया जाना घिनौना और प्रतिगामी है। हाथरस में वीभत्स अपराध किया गया जिसमें 20 साल की लड़की की मौत हो गई। उसके शव को परिवार की सहमति या उनकी मौजूदगी के बिना जला दिया गया। वह बदनामी नहीं, न्याय की हकदार है।’ प्रियंका गांधी और उनके भाई एवं पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हाल ही में पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस उसके घर गए थे। प्रियंका ने बाद में एक बयान में कहा था कि न्याय मिलने तक वह पीड़ित परिवार के साथ खड़ी रहेंगी।
14 सितंबर को हुई थी कथित गैंगरेप की घटना
बता दें कि हाथरस जिले के एक गांव में बीते 14 सितंबर को 19 वर्षीय एक दलित युवती से कथित रूप से गैंगरेप किया गया था। चोटों के चलते गत मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई। इसके बाद रातोंरात उसके शव का दाह-संस्कार कर दिया गया। परिवार का आरोप है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन ने उनकी सहमति के बगैर गत बुधवार देर रात पीड़िता के शव का जबरन दाह-संस्कार कर दिया जबकि प्रशासन ने इससे इनकार किया है। इस मामले को लेकर विपक्ष ने देश के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन किया है, और विभिन्न पार्टियों के नेता पीड़िता के परिजनों से मिल चुके हैं।