श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में पीडीपी को गुरुवार को एक बड़ा झटका उस समय लगा जब उनके वरिष्ठ मंत्री और पूर्व वित्त मंत्री हसीब द्राबू ने पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। द्राबू ने अपने इस्तीफा पत्र में कहा कि राज्य के विधानसभा भंग होने के साथ ही उनका विधायी दायित्व समय से पहले ही खत्म हो गया।
पूर्व वित्त मंत्री विख्यात अर्थशास्त्री हैं और वह जम्मू-कश्मीर बैंक में अध्यक्ष के पद पर सेवा दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से और जिस समय में विधानसभा भंग की गई, वह उससे सहमत नहीं है। यह न तो लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करता है और न ही उन्हें कोई गौरव प्रदान करता है, जिन्हें इसकी रक्षा की जिम्मेदारी दी गई।
द्राबू बिजनेस से संबंधित एक समाचार पत्र के संपादक भी रह चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जो भी है ठीक है, मेरे लिए अब विदा लेने का समय आ गया।'' द्राबू ने यह पत्र अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि वह कुछ समय पहले से ही पार्टी के कामों से खुद को अलग कर चुके हैं।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा 21 नवंबर को विधानसभा भंग करने के बाद द्राबू दूसरे ऐसे नेता हैं जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है। इससे पहले इमरान अंसारी ने इस्तीफा दिया था।