नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस में जारी कलह के बीच पार्टी नेता हरीश रावत ने जल्द ही गुड न्यूज मिलने की बात कही है। कांग्रेस महासचिव और पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने नई दिल्ली में पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद कहा, "अगले 3-4 दिनों में पंजाब कांग्रेस के लिए अच्छी खबर मिलेगी।
नवजोत सिंह सिद्धू और अमरिंदर सिंह के बीच सुलह के बारे में हरीश रावत ने कहा, "सोशल मीडिया पर जो कहा जा रहा है उस पर मैं कमेंट नहीं कर सकता। सिद्धू जी का अपना अंदाज है। कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू, दोनों ने कहा है कि वह पार्टी नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णय को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।"
इसके साथ ही प्रशांत किशोर और राहुल गांधी की मुलाकात पर उन्होंने कहा, "राहुल जी एक राष्ट्रीय नेता हैं। कई नेता उनसे मिलते हैं और अपने विचार व्यक्त करते हैं। वह अलग-अलग लोगों से इनपुट लेते हैं। प्रशांत किशोर उनसे पंजाब के बारे में बातचीत करने के लिए नहीं मिले थे।"
सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी और प्रशांत किशोर की मुलाकात के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल भी मौजूद थे। राहुल गांधी और प्रशांत किशोर की मुलाकात ऐसे समय हुई है, जब कांग्रेस की पंजाब इकाई में कलह चल रही है। प्रशांत किशोर को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कुछ महीने पहले अपना प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया था। कुछ दिनों पहले ही प्रशांत किशोर ने अमरिंदर सिंह से मुलाकात की थी।
वहीं, करीब डेढ़ घंटे तक चली राहुल और प्रशांत की मुलाकात के बारे में कांग्रेस की ओर से आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है। इस मुलाकात की अहमियत इस मायने में भी है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने के प्रयास में हैं और इसी सिलसिले में उन्होंने कुछ सप्ताह पहले किशोर से मुलाकात की थी।
उधर, कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने राहुल गांधी से किशोर की मुलाकात को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा, ‘‘किशोर पंजाब के मुद्दे पर बातचीत करने नहीं आए थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी एक राष्ट्रीय नेता हैं। सभी तरह के लोग उनसे मिलते हैं और बातचीत करते हैं। इस मुलाकात का मतलब यह नहीं है कि प्रशांत किशोर पंजाब के मामलों पर बातचीत करने के लिए आए थे।’’