अहमदाबाद: जिले के विरमगाम में पुलिस ने पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल की मां ऊषाबेन और बहन मोनिका को छह अन्य महिलाओं के साथ कुछ समय के लिए हिरासत में ले लिया, क्योंकि वे मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की चुनावी रैली का विरोध करने के लिए जमा हुई थीं।
आयोजन स्थल पर पहुंचने से पहले ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया और मुख्यमंत्री का भाषण संपन्न होने तक उन्हें एहतियाती तौर पर हिरासत में रखा गया। विरमगाम कस्बा थाना के निरीक्षक एमएम गांगुली ने बताया, 'कुछ घटे बाद हमने उन्हें रिहा कर दिया।'
इसी कस्बे के रहने वाले हार्दिक देशद्रोह के मामले में सूरत जेल में हैं। राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर मुख्यमंत्री पटेल प्रचार अभियान के लिए यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर विरमगाम में हैं। बीजेपी के प्रचार अभियान की अगुवाई कर रहीं मुख्यमंत्री को तकरीबन हर जगह पटेल समुदायों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।