अहमदाबाद: पाटीदार अनामत आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को अनिश्चितकालीन अनशन के 14वें दिन सांस लेने में दिक्कत की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया। हार्दिक पटेल को सोला के सरकारी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। सरकार द्वारा उनकी मांगों की उपेक्षा किए जाने के बाद हार्दिक ने एक दिन पहले पानी भी त्याग दिया था।
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) में उनके सहयोगियों ने उन्हों अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने कहा कि पटेल ने जल लेना त्याग दिया था, जिससे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। सहयोगियों ने बताया कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी सरकार को वार्ता के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था और चेतावनी दी थी अगर गुरुवार तक ऐसा नहीं किया गया तो हार्दिक जल त्याग देंगे।
पाटीदार नेता मनोज पनारा ने संवाददाताओं से कहा कि बीते दो हफ्तों में हार्दिक पटेल (25) का वजन 20 किलो कम हो गया है। उनके लगातार अनशन पर रहने से उनके गुर्दे व जिगर पर असर पड़ा है।
हार्दिक के खिलाफ राजद्रोह का मामला : आरोपमुक्त करने की याचिका पर नौ अक्तूबर से आखिरी सुनवाई
गुजरात हाईकोर्ट हार्दिक पटेल की उस याचिका पर अगले महीने से आखिरी सुनवाई करेगा, जिसमें उन्होंने अपराध शाखा द्वारा उन पर 2015 में दर्ज किए गए राजद्रोह के एक मामले से उन्हें आरोपमुक्त करने का आग्रह किया है। हार्दिक ने मामले से आरोपमुक्त किये जाने को लेकर अप्रैल में याचिका दायर की थी।
हालांकि, पाटीदार नेता के वकीलों ने इस महीने एक और याचिका दायर कर अदालत से जल्द-से-जल्द इस मामले की सुनवाई करने का आग्रह किया क्योंकि निचली अदालत में जल्द ही हार्दिक के खिलाफ आरोप तय किये जाने की कार्यवाही शुरू होने वाली है। न्यायमूर्ति ए के कोगजे ने बृहस्पतिवार को कहा कि आरोपमुक्त करने के अनुरोध को लेकर दायर याचिका पर नौ अक्तूबर से आखिरी सुनवाई होगी।