अहमदाबाद: आगामी 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनावों से पहले गुजरात में अपने तीन विधायकों के इस्तीफे से परेशान कांग्रेस ने शनिवार को अपने कई विधायकों को उनके विधानसभा क्षेत्रों के नजदीक रिसॉर्ट तथा बंगलों में भेज दिया है ताकि कोई उन तक पहुंच न सके। पार्टी के एक नेता ने यह जानकारी दी।
कांग्रेस के अक्षय पटेल और जीतू चौधरी ने तीन जून को इस्तीफे दिए थे, वहीं ब्रजेश मेरजा ने पांच जून को पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद 182 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या 65 रह गई है। हालांकि सदन की प्रभावी संख्या इस समय 172 है क्योंकि दस सीटें अदालतों के मामलों तथा इस्तीफों के कारण खाली हैं। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने बताया कि उत्तर गुजरात के अनेक पार्टी विधायकों को बनासकांठा जिले में अंबाजी के पास एक रिसॉर्ट में भेजा गया है, वहीं दक्षिण तथा मध्य गुजरात के विधायकों को आणंद में निजी बंगलों में भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि सौराष्ट्र क्षेत्र के विधायकों को राजकोट के एक रिसॉर्ट में रहने को भेजा गया है। दोशी के अनुसार, ‘‘पार्टी आलाकमान ने विधायकों को अपने काम पूरे करने के बाद शनिवार को आणंद, अंबाजी तथा राजकोट के रिसॉर्टों में पहुंचने को कहा था। वे अपने विधानसभा क्षेत्रों की जोन वार स्थिति के आधार पर इन रिसॉर्ट में पहुंच रहे हैं। इनमें से कई पहुंच चुके हैं और बाकी जल्द पहुंच जाएंगे।’’
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायकों से बातचीत करेंगे और मौजूदा स्थिति तथा आगामी राज्यसभा चुनावों पर चर्चा करेंगे। दोशी ने कहा कि ये विधायक गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 19 जून को होने वाले चुनाव के दिन तक इन रिसॉर्ट में रह सकते हैं। इससे पहले कांग्रेस ने मार्च में अपने विधायकों को जयपुर के एक रिसॉर्ट में भेजा था। तब 26 मार्च को प्रस्तावित राज्यसभा चुनावों से पहले उसके पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था।
हालांकि तब कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के चलते चुनाव टल गये थे। कांग्रेस सदस्यों की संख्या घटकर 65 हो जाने के बाद पार्टी को दो राज्यसभा सीटें जीतने में मुश्किल आ सकती है जिनके लिए उसने वरिष्ठ नेता भरत सिंह सोलंकी और शक्तिसिंह गोहिल को उतारा है।