नई दिल्ली: गुजरात में पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने प्रदेश में पिछले दो दशक से सत्तारूढ बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए कांग्रेस की तरफ से हाथ मिलाने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। इंडिया टीवी बातचीत में पटेल ने कहा कि पहले कांग्रेस पार्टी को यह बताना चाहिए कि वह किस तरह से हमारे 20 फीसदी आरक्षण की मांग को पूरा करेगी। उन्होंने ठीक विधानसभा चुनाव से पहले मिले प्रस्ताव पर भी सवाल उठाया।
हार्दिक पटेल ने पूछा, 'दो साल पहले आपने हमें समर्थन क्यों नहीं दिया था?' हार्दिक पटेल ने कहा कि यह गुजरात विधानसभा का चुनाव केवल दो दलों (बीजेपी और कांग्रेस) के बीच का चुनाव नहीं है बल्कि यह 6 करोड़ लोगों का चुनाव है। हार्दिक पटेल ने कहा कि हमारी लड़ाई किसानों के अधिकार और समाज के लिए है, न कि चुनाव लड़ने के लिए। एक सवाल के जवाब में हार्दिक पटेल ने कहा कि स्वभाविक तौर पर उनकी लड़ाई सत्तारूढ़ दल बीजेपी से है क्योंकि पिछले 22 साल से वह सत्ता में है।
आपको बता दें कि गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने हार्दिक समेत कई नेताओं को कांग्रेस गठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया था। भरत सिंह सोलंकी का कहना था कि हमें हार्दिक पटेल की सभी शर्तें मंजूर है। इसके साथ ही उन्होंने ठाकोर समाज के नेता अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी को भी गठबंधन में शामिल होने की पेशकश की था। अल्पेश ठाकोर की राहुल गांधी से मुलाकात हो चुकी है और वे 23 अक्टूबर को कांग्रेस में शामिल होनेवाले है। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की।