अहमदाबाद: गुजरात में भाजपा की नई सरकार 25 दिसंबर को शपथ ग्रहण कर सकती है। भाजपा सूत्रों ने आज यह जानकारी दी। इस बीच, भाजपा नेतृत्व इस बात पर मंथन कर रहा है कि राज्य में किसे मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी जाए। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रचार अभियान के दौरान ऐलान किया था कि पार्टी मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल की अगुवाई में चुनाव लड़ रही है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव में पार्टी के प्रमुख चेहरा हैं।
सूत्रों ने बताया, ‘‘इस बार जीत के बहुत कम अंतर के कारण पार्टी नेतृत्व मुख्यमंत्री बदलने पर विचार कर सकता है।’’ उन्होंने कहा कि मोदी और पार्टी का केंद्रीय संसदीय बोर्ड अंतिम फैसला करेगा। यह पूछे जाने पर कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर रूपाणी ने पत्रकारों को बताया, ‘‘भाजपा ने इस बार गुजरात में मेरे चेहरे के साथ चुनाव लड़ा। लेकिन पार्टी का संसदीय बोर्ड ही अंतिम फैसला करेगा।’’
राज्य की 182 सदस्यों वाली सीट पर संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 99 जबकि कांग्रेस एवं इसके सहयोगियों को 80 सीटें मिलीं। सूत्रों ने बताया कि 25 दिसंबर को शपथ-ग्रहण हो सकता है, क्योंकि यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है। साल 2012 के चुनावों के बाद नरेंद्र मोदी ने चौथी बार 25 दिसंबर को ही शपथ ग्रहण किया था।
गुजरात के मुख्य सचिव जे एन सिंह ने आज अहमदाबाद में सरदार पटेल स्टेडियम, जहां शपथ-ग्रहण समारोह आयोजित होने की संभावना है, का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम स्टेडियम के निरीक्षण के लिए यहां आए हैं, क्योंकि यहां शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।’’
भाजपा के सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा ले सकते हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता जगदीश भवसार ने बताया, ‘‘चुनावी जीत के बाद एक प्रक्रिया होती है। दिल्ली से पर्यवेक्षक आएंगे और मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला करने के लिए नवनिर्वाचित विधायकों के साथ एक बैठक करेंगे। बैठक के बाद नए मुख्यमंत्री सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और तब शपथ-ग्रहण कार्यक्रम आयोजित होगा।’’
कल भाजपा ने घोषणा की थी कि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और पार्टी की महासचिव सरोज पांडेय गुजरात के नए मुख्यमंत्री के लिए चयन के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। नए नेता के चुनाव के लिए 21 दिसंबर के बाद पर्यवेक्षक गुजरात का दौरा कर सकते हैं।