नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम ने रविवार को गुजरात के विकास मॉडल को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि विकास की विकृत अवधारणा के परिणामस्वरूप समाज के कई वर्ग पिछड़ गए हैं और राज्य बीते 22 वर्षों में पहले से पीछे गया है। चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए गुजरात की चार राज्यों कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र से तुलना करते हुए विकास के आंकड़े पोस्ट किए।
चिदंबरम ने कहा, "यह तालिका सरकार के शेखी बघारने से इतर गुजरात की कहानी बयां करती है। गुजरात इन चार राज्यों से आगे नहीं है। गुजरात का औद्योगिक रूप से तो विकास हुआ है लेकिन मानव सूचकांक के कई क्षेत्रों में यह पिछले 22 वर्षो में पिछड़ गया है।" चिदंबरम ने सिलसिलेवार ट्वीट कर सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, "विकास की विकृत अवधारणा के परिणामस्वरूप लोगों के कई वर्ग पिछड़ गए हैं।"
चिदंबरम ने कहा कि गुजरात की विकास दर 1995 से पहले राष्ट्रीय विकास दर से अधिक थी। उन्होंने कहा, "1995 से पहले गुजरात की विकास दर औसत राष्ट्रीय दर से अधिक थी और गुजरात ने बढ़त बनाई हुई थी। अमूल, बंदरगाह, कपड़ा उद्योग और रसायन एवं पेट्रोरसायन उद्योगों में 1995 से पहले तेजी थी।" उन्होंने कहा कि गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव कई आर्थिक एवं सामाजिक वास्तविकताओं और घोषणाओं की पोल खोलकर रख देंगे।
चिदंबरम ने 2014 के आम चुनाव में विकास के दावों, हर साल दो करोड़ रोजगारों के सृजन, विदेशों से कालेधन की वापसी, हर भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा कराने जैसे लोकलुभावन वादों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "यकीनन, कोई भी लोकलुभावन वादे पूरे नहीं हुए। 42 महीनों के बाद निराशा है। गुजरात में भी यही निराशा का भाव है।"