नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज गांधीनगर के अक्षरधाम मंदिर जा रहे हैं। स्वामीनारायण संप्रदाय के इस मंदिर को आज पच्चीस साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर होने वाले समारोह में पीएम मोदी भी मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि इस समारोह के ज़रिये पीएम पाटीदारों को मनाने की कोशिश करेंगे। चुनाव के माहौल में इस मौके पर पीएम मोदी विजय का आशीर्वाद लेंगे।
शाम को 6 बजे से लेकर नौ बजे तक अक्षरधाम मंदिर का रजत जयन्ती समारोह मनाया जाएगा। ये समारोह धार्मिक ज़रूर है लेकिन इस मंच से सियासत को साधने की कोशिश भी हो रही है। मोदी इसके लिए स्वामी नारायण संप्रदाय से अपने पुराने रिश्तों को आजमा सकते हैं। दरअसल नरेन्द्र मोदी गांधीनगर अक्षरधाम मंदिर से निर्माण के वक्त से ही जुड़े हैं, संप्रदाय के पूर्व प्रमुख से भी मोदी का काफी लगाव था।
ज्यादातर पाटीदार स्वामीनारायण संप्रदाय को मानते हैं, इसके साथ साथ पिछड़े वर्ग के लोग भी इस संप्रदाय के साथ जुड़े हैं। जब इस मंदिर का निर्माण हो रहा था उस वक्त भी पीएम मोदी की इसमें सक्रिय भूमिका थी जबकि वो उस वक्त न तो पीएम थे और न ही सीएम। इसके अलावा पीएम गाहे बगाहे अक्षरधाम का दौरा भी करते रहते हैं।
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के पीएम मैलकम टर्नबिल जब भारत दौरे पर आये तो पीएम उन्हें दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के दौरे पर लेकर गये। मोदी ने इस साल 15 अगस्त को इसके बीएपीएस संप्रदाय के प्रमुख स्वामी के निधन पर भी गुजरात का अचानक दौरा किया था और वहां खासा समय बिताते हुए उन्हें पितातुल्य और उनसे विशेष स्नेह रखने वाला बताया था।
पिछले 22 साल से गुजरात में सत्तारूढ भाजपा के लिए पाटीदार समुदाय एक बडा वोट बैंक रहा है। अब भी इनकी एक बडी तादाद, विशेष रूप से पुरानी पीढी के लोग, भाजपा के कट्टर समर्थक माने जाते हैं। मोदी की स्वामीनारायण मंदिर की यात्रा कुछ नाराज पाटीदारों को भी वापस भाजपा की ओर मोड़ सकती है। अब चुनाव की इस घड़ी में भाजपा उम्मीद कर रही है कि पाटीदार मोदी का स्वामीनारायण से ये नाता कभी नहीं भूलेंगे।