नई दिल्ली: पाटीदार नेता दिनेश बामनिया ने हार्दिक पटेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बामनिया ने दावा किया है कि रॉबर्ट वाड्रा और हार्दिक पटेल के बीच सीक्रेट मीटिंग हुई जिसके बाद हार्दिक ने आरक्षण के मामले पर समझौता कर लिया। बामनिया का आरोप है कि शहीदों के लिए आये 81 लाख रुपये भी हार्दिक और उसके साथियों ने गोलमोल कर दिए हैं। दिनेश बामनिया के मुताबिक प्रफुल पटेल ने ये 81 लाख रुपए एक प्रोग्राम के लिए दिये थे, लेकिन जब प्रोग्राम नहीं हो पाया तो ये रकम शहीदों के परिजनों को देने का फैसला लिया गया। बामनिया का दावा है कि ये रकम आज तक शहीदों के परिजनों तक नहीं पहुंची। बामनिया के मुताबिक आरक्षण को लेकर हार्दिक ने कांग्रेस के साथ समझौता कर लिया है और ये सब रॉबर्ड वाड्रा के साथ सीक्रेट मीटिंग के बाद हुआ।
बामनिया ने हार्दिक पटेल के कुछ मैसेज दिखाकर दावा किया उन्हें कांग्रेस के खिलाफ बोलने से रोका गया। हार्दिक इन मैसेज में दिनेश बामनिया से कह रहे हैं कि कल चुनाव है इसलिये वो प्रेस कॉंफ्रेंस न करें। पाटीदार आरक्षण पर राहुल भी कोई साफ जवाब नहीं दे पाए, बामनिया के मुताबिक राहुल ने खुद इसीलिये बयान नहीं दिया क्योंकि कांग्रेस के पास ठोस फार्मूला नहीं है।
गौरतलब है कि पटेल आंदोलन के दौरान हुई हिंसा को लेकर हार्दिक पटेल के साथ ही दिनेश बामनिया के खिलाफ भी देशद्रोह का केस चल रहा है। बामनिया हार्दिक पटेल के कोर कमेटी के सदस्य रहे हैं। हार्दिक पटेल ने उन्हें कांग्रेस के साथ बातचीत करने और टिकटों के बंटवारे पर फैसला लेने के लिये पूरी छूट दे रखी थी। बामनिया के गुजरात विधानसभा के पहले चरण के चुनाव से ठीक पहले इस्तीफा दिया है। गुजरात की 182 विधानसभा सीटों के लिए 14 दिसंबर को दूसरे चरण का चुनाव होना है।