नई दिल्ली: गुजरात में करीब चौबीस घंटे बाद पहले चरण की वोटिंग है लेकिन हैरानी की बात है कि भाजपा ने अब तक अपना घोषणा पत्र जारी नहीं किया है। कांग्रेस ने अब इसे मुद्दा बना दिया है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विट कर भाजपा के पास गुजरात के लिए कोई विज़न न होने का आरोप लगाया है। गुजरात में पहले चरण की वोटिंग के लिए प्रचार का शोर नीच शब्द पर आकर थम गया लेकिन इतने गरम सियासी पारे के बीच भाजपा ने गुजरात के लिए अपने घोषणा पत्र का एलान अब तक नहीं किया जिसने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को बड़ा हमला बोलने का मौका दे दिया।
राहुल ने ट्विट कर कहा कि भाजपा ने गुजरात की जनता का अविश्वसनीय रूप से तिरस्कार किया है। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान खत्म हो चुका है, लेकिन उनकी ओर से अभी तक सूबे की जनता के लिए कोई घोषणा पत्र जारी नहीं किया गया है। गुजरात के भविष्य के लिए भाजपा ने न तो कोई विजन पेश किया है और न ही किसी तरह का आइडिया।
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भी भाजपा पर निशाना साधने में देर नहीं की। राहुल से एक कदम आगे बढ़ते हुए गुजरात चुनाव में भाजपा की हार भी तय कर दी। पटेल ने कहा कि भाजपा ने गुजरात में मतदाताओं के सामने घोषणा पत्र जारी करने या अपना विजन रखने की भी परवाह नहीं की, क्योंकि विकास कभी उनका एजेंडा नहीं था, दूसरा वे 2012 में किए वादों से जुड़े सवालों के जवाब नहीं देना चाहते और तीसरा उन्हें एहसास हो गया है कि उनकी हार तय है।
कल गुजरात में पहले चरण के लिए 89 सीटों पर वोटिंग होगी। 'खुश रहे गुजरात, खुशहाल गुजरात' का नारा देकर कांग्रेस अपना चुनावी घोषणा-पत्र पहले ही जारी कर चुकी है और भाजपा के घोषणा पत्र जारी न करने पर मन ही मन खुश भी हो रही है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि गुजरात के लिए भाजपा अपना घोषणापत्र जारी करने में देरी क्यों कर रही है? क्या मतदान के एक दिन पहले वह घोषणा पत्र जारी करके कांग्रेस को चौंकाएगी?