मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए शिवसेना ने आज कहा कि गुजरात चुनाव प्रचार में पाकिस्तान को घसीटना चुनाव जीतने की ‘‘नापाक’’ कोशिश है। भाजपा के सहयोगी दल ने कहा कि एक प्रधानमंत्री से कार्रवाई की उम्मीद की जाती है, आरोप लगाने की नहीं। मोदी पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने कहा कि गुजरात कश्मीर से भी महत्वपूर्ण हो गया है।
मोदी ने रविवार को अपने चुनाव प्रचार के दौरान संकेत दिए थे कि पाकिस्तान गुजरात विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने दावा किया था कि मणिशंकर अय्यर के उनके खिलाफ ‘‘नीच’’ टिप्पणी करने से एक दिन पहले कुछ पाकिस्तानी अधिकारियों और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मुलाकात की थी।
पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के एक संपादकीय में शिवसेना ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने गंभीर आरोप लगाया है कि पाकिस्तान गुजरात चुनावों में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहा है। हम मोदी की चिंताओं को समझते हैं लेकिन प्रधानमंत्री को कार्रवाई करनी चाहिये, आरोप नहीं लगाने चाहिये।’’
इसमें कहा गया, ‘‘गुजरात अब कश्मीर से भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। कल तक पाकिस्तान कश्मीर में हस्तक्षेप कर रहा था और चीन लेह, लद्दाख और अरूणाचल प्रदेश में।’’ संपादकीय में कहा गया है कि चीनी सैनिकों ने हाल ही में सिक्किम सीमा से भारत की तरफ घुसपैठ की, लेकिन अगर प्रधानमंत्री गुजरात में पाकिस्तान को लेकर ज्यादा चिंतित हैं तो यह बात शिवसेना को भी चिंतित करती है।
शिवसेना ने रेखांकित किया कि प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के पूर्व महानिदेशक अरशद रफीक चाहते थे कि (कांग्रेस नेता) अहमद पटेल गुजरात के मुख्यमंत्री बन जाएं। संपादकीय में कहा गया, ‘‘अब यह सवाल पैदा हो सकता है कि क्या कोई चुनाव जीतने के लिए हिंदू-मुस्लिम वोटों को बांटने की कोशिश कर रहा है।’’ इसमें यह भी कहा गया कि प्रधानमंत्री को पड़ोसी राष्ट्र के हस्तक्षेप के बारे में सिर्फ बात करने के बजाय उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। शिवसेना ने संपादकीय में कहा कि आजकल सभी चुनावों में या तो पाकिस्तान या फिर भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को सामने ले आया जाता है।
इसमें कहा गया, ‘‘जब पांवों के नीचे की जमीन खिसकने लगती है, पाकिस्तान और दाऊद की माला जपना शुरू हो जाता है। यह आज भी हो रहा है। यह नापाक तरीका है।’’ शिवसेना ने कहा कि बिहार चुनावों में भी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पाकिस्तान का जिक्र किया था। उनके यह कहने के बावजूद कि नीतीश जीते तो पाकिस्तान में पटाखे फोड़े जायेंगे, इसके बावजूद भाजपा की हार हुई।
प्रधानमंत्री के पास अगर (निलंबित कांग्रेसी नेता) मणिशंकर अय्यर के घर पर हुई बैठक के बारे में जानकारी है कि यह राष्ट्र विरोधी गतिविधि के लिए हुई तो वह सिर्फ आरोप क्यों लगा रहे हैं, बैठक में मौजूद सभी लोगों को गिरफ्तार कर जांच क्यों नहीं करवा रहे। शिवसेना ने कहा कि सिर्फ चुनावी रैलियों में ही आरोप क्यों लगाये जा रहे है? पाकिस्तान की तरफ से कोई हस्तक्षेप हो रहा है तो भारतीय सेना को पाकिस्तान में घुसकर कार्रवाई करने दें।