अहमदाबाद: गुजरात में चुनाव अधिकारी यह देखने के लिए कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी के टेलीविजन साक्षात्कार देख रहे हैं कि उनका प्रसारण करने वाले चैनलों ने क्या देश के चुनाव आचार संहिता से जुड़े किसी विधिक प्रावधानों का उल्लंघन किया है। गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बी बी स्वैन ने कहा कि कल प्रसारित गांधी के साक्षात्कारों के सभी वीडियो प्राप्त कर लिए गए हैं।
स्वैन ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘चुनाव आयोग ने कल हमें निर्देश दिया था कि हम यह निर्णय करने के लिए कि जनप्रतिनिधि कानून की धारा 126 (1) (बी) में उल्लेखित किसी विधिक प्रावधानों का उल्लंघन हुआ या नहीं साक्षात्कार के वीडियो देखें और उसके बाद कार्रवाई करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे अधिकारियों ने वे वीडियो आज प्राप्त कर लिये। स्क्रीनिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।’’
कल तब राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया था जब कुछ गुजराती समाचार चैनलों ने राज्य विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले गांधी के साक्षात्कारों का प्रसारण कर दिया। साक्षात्कारों का प्रसारण प्रचार समाप्त होने के एक दिन बाद किया गया। आयोग ने भाजपा से शिकायत मिलने के बाद गांधी को चैनलों को साक्षात्कार देकर आचार संहिता और चुनाव कानून के प्रावधानों का ‘‘प्रथम दृष्टया’’ उल्लंघन करने के लिए एक कारण बताओ नोटिस जारी किया।
चुनाव आयोग ने इसके साथ ही गुजरात के सीईओ को भी निर्देश दिया कि विधिक प्रावधानों का उल्लंघन करते पाए गए किसी भी व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करें। चुनाव आयोग के नोटिस में कहा गया है कि टेलीविजन साक्षात्कार ‘‘चुनावी मामले’’ की परिभाषा में आते हैं और कानून का उल्लंघन हैं। इसमें कहा गया है कि ‘‘...ऐसा साक्षात्कार देकर और उसका प्रदर्शन 13 दिसम्बर को टेलीविजन चैनलों पर करके आपने जनप्रतिनिधि कानून की धारा 126 (1) (बी), आदर्श आचार संहिता के पैरा 1 :4: के प्रावधानों और इस संबंध में चुनाव आयोग के वैध निर्देशों का प्रथम दृष्टया उल्लंघन किया है।’’
गांधी को नोटिस जारी होने के बाद कांग्रेस ने आज आरोप लगाया कि गुजरात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘रोड शो’ के बाद उन पर कार्रवाई न करके चुनाव आयोग भाजपा की ‘कठपुतली’ की तरह काम कर रहा है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने गुजरात विधानसभा चुनाव में मतदान करने के बाद ‘रोड शो’ किया जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग में इसके लिए अर्जी दी है कि वह कल एक औद्योगिक संगठन की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करने के लिए मोदी के खिलाफ कार्रवाई करे जिसमें उन्होंने मुख्य विपक्षी पार्टी पर निशाना साधा था।