नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित करने को अपने आंदोलन की शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि आरक्षण प्यार से दोगे तो ठीक है वरना हम छीनकर लेंगे। हार्दिक ने आगे कहा कि हमारा मूल उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार को सुनिश्चित करना है। गुजरात में दो मुख्य राजनीतिक दल हैं, भाजपा और कांग्रेस। जबतक भाजपा सत्ता में है, हम उसे हराने के लिए काम करेंगे।
24 साल के नेता ने कहा कि उनकी उम्र अभी चुनाव लड़ने की नहीं हुई है इसलिए उन्होंने अपने आप को इस दौड़ से बाहर कर रखा है। 'जहां तक पाटीदार आंदोलन का सवाल है हमारे सहयोगी फ्री हैं, वे जहां से चाहें वहां से चुनाव लड़ सकते हैं।'
यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के गुजरात आगमन पर उन्होंने सोशल मीडिया पर उनका क्यों स्वागत किया, हार्दिक पटेल ने कहा, 'अगर मोदी जी नवाज शरीफ से मिल सकते हैं तो मैं क्यों नहीं अतिथि देवो भव: की भावना के तहत राहुल गांधी का स्वागत कर सकता हूं?'
हार्दिक पटेल का विस्फोटक इंटरव्यू
- आरक्षण प्यार से दोगे तो ठीक है वरना हम छीनकर लेंगे
- आंदोलन के नाम पर मैं राजनीति करने नहीं आया हू्ं
- मैं समाज और लोगों की हितों की बात करता हूं
- आंदोलन चलाने पर भाजपा डंडे और गोली चलाती है
- मैं हिंसा का पुजारी नहीं बल्कि शांति में विश्वास रखता हूं
- पाटीदारों को 27 फीसदी ओबीसी में आरक्षण चाहिए
- शिक्षा, रोजगार के आधार पर आरक्षण दे गुजरात सरकार
- मोदी अगर नवाज़ से मिल सकते हैं मैं राहुल का स्वागत क्यों ना करूं
- भाजपा को हराना ही हमारा एकमात्र मकसद है
- पाटीदारों का आंदोलन कांग्रेस के सत्ता में आने पर भी जारी रहेगा
- कांग्रेस पाटीदारों को 20 फीसदी आरक्षण देना चाहती है
- कांग्रेस से हमने पूछा है कि वो पाटीदारों को आरक्षण कैसे देगी ?
- नरेंद्र मोदी भाजपा के नहीं पूरे देश के प्रधानमंत्री है