हैदराबाद निकाय चुनाव को लेकर मतदान 1 दिसबंर को होना है। हैदराबाद में इसबार निकाय चुनाव को लेकर सरगर्मियां बेहद तेज हैं। चुनाव जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने यहां बड़े नेताओं की फौज उतार दी है। AIMIM के ओवैसी बंधु भी हैदराबाद में जमकर प्रचार कर रहे हैं, दोनों ही भाजपा और टीआरएस पर जमकर निशाना भी साध रहे हैं। हैदराबाद में टीआरएस ने अकेले 150 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
हाल ही में तेलंगाना के सीएम केसीआर के बेटे केटीआर ने हैदराबाद का निकाय चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान किया था। केटीआर ने कहा था कि टीआरएस सभी 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और AIMIM को उसके गढ़ में मात देगी। कहा जा रहा है AIMIM के साथ न लड़ने का फैसला टीआरएस ने भाजपा के बढ़ते प्रभाव की वजह से लिया है।
TRS और ओवैसी के बीच तनाव
हैदराबाद में पिछले कुछ समय से टीआरएस और एआईएमआईएम के रिश्तों में तनाव साफ झलक रहा है। MIM के एक विधायक मुमताज अली खान ने केसीआर के बेटे केटीआर को 'तोता' बताया था और कहा था कि AIMIM अगर चाहेगी तो TRS को महज 2 महीने में सत्ता से बेदखल कर देगी। असददुदीन ओवैसी के छोटे भाई अकबरुद्दीन ने एक जनसभा में टीआरएस पर हमला बोलते हुए कहा कि AIMIM ने हमेशा भाजपा का विरोध किया लेकिन टीआरएस ने संसद में भाजपा का समर्थन कियामुख्यमंत्री केसीआर के बेटे केटीआर ने एक कार्यक्रम में कहा था कि यह मायने रखता है कि हम समाज में फर्क करते है या नहीं, जब तक आप जोश के साथ काम नहीं करेंते, तब तक रिजल्ट नहीं कर पाएंगे। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवा पार्टी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही है, जो गलत है। हैदराबाद के विकास चक्र को रोकना गलत है।
हैदराबाद में भाजपा के बड़े नेता कर रहे हैं प्रचार
हैदराबाद के नगर निगम चुनाव में भाजपा ने प्रचार के लिए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, साध्वी निरंजन ज्योति, पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर, साइना नेहवाल औऱ हाल ही में भाजपा में शामिल हुईं खुशबू सुंदर को प्रचार के लिए रण में उतारा है।