फैजपुर (महाराष्ट्र): कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरूवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर गिरते रुपए और ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी जैसे मुद्दों से ध्यान बंटाने के लिए ध्रुवीकरण का प्रयास करने का आरोप लगाया। खड़गे ने कहा कि जब पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के समय रूपया गिरा था तब उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी ने उसकी आलोचना की थी लेकिन अब जब वह प्रधानमंत्री हैं वे इस पर चुप हैं।
सरकारी तेल कंपनियों की ओर से जारी मूल्य अधिसूचना के अनुसार गुरूवार को पेट्रोल की कीमत 15 पैसे प्रति लीटर जबकि डीजल की कीमत 20 पैसे प्रतिलीटर बढ़ गई। खड़गे ने दावा किया कि सरकार पेट्रोल की कीमत 100 रुपए प्रतिलीटर जबकि डीजल की कीमत 78 रुपए प्रतिलीटर तक बढ़ाना चाहती है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की वर्तमान कीमत कांग्रेस नीत संप्रग के सत्ता में रहने के समय की तुलना में कम है।
खड़गे ने कहा कि जब भारतीय मुद्रा, डॉलर की तुलना में 45 रुपए से 55 रुपए के बीच थी, तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी हमारी लगातार आलोचना करते थे। यद्यपि वे अब चुप हैं। सरकार ने पेट्रोल/डीजल पर 12 लाख करोड़ रुपए का उत्पाद शुल्क एकत्रित किया है। उन्होंने कहा कि सरकार विकास से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान बंटाने के लिए समाज में ध्रुवीकरण का प्रयास कर रही है उन्होंने दावा किया कि देश में किसानों, दलितों और अल्पसंख्यकों की स्थिति ‘‘खराब’’ है।
कांग्रेस महासचिव खड़गे महाराष्ट्र के जलगांव जिले के फैजपुर में जनसंघर्ष यात्रा के दूसरे चरण के शुरू होने से पहले बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने महाराष्ट्र में ग्रामीण अर्थव्यवस्था के उत्थान के लिए कड़ी मेहनत की है और वह यह आगे भी करती रहेगी। उन्होंने राजग सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब अपनी शिकायतों के समाधान के लिए दिल्ली आने वाले किसानों को पीटा जाता है और उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े जाते हैं।
खड़गे ने कहा कि संप्रग शासन के दौरान किसानों को 72000 करोड़ रुपए की ऋण माफी दी गई लेकिन अब किसानों की स्थिति भी उसी तरह की है। यद्यपि मोदी सरकार मुश्किल हालत में आये किसानों की मदद के लिए कुछ भी नहीं कर रही है। उल्लेखनीय है कि 1936 में फैजपुर में ही कांग्रेस का ग्रामीण क्षेत्रों में पहला सम्मेलन हुआ था जिसमें महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू एवं अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया था। जनसंघर्ष यात्रा के दूसरे चरण की शुरूआत से पहले खड़गे, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख अशोक चव्हाण और अन्य प्रदेश कांग्रेस नेताओं और पदाधिकारियों ने स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।