लखनऊ: सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि देश के सशस्त्र बलों की कुर्बानी पर कभी सवाल नहीं उठाना चाहिए। अखिलेश ने कहा कि लोकतंत्र में हालांकि सवाल पूछना नेताओं का मौलिक अधिकार है। उन्होंने ट्वीट किया,‘‘हमारे सशस्त्र बलों के जवानों के बलिदानों पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए।’’ अखिलेश ने ट्वीट किया, ‘‘इस सरकार को स्वयं को भारतीय सेना की तरह दिखाना बंद कर देना चाहिए। वे नेता खतरनाक हैं, जो कहते हैं कि उनसे सवाल नहीं किया जा सकता।’’
ट्विटर पर की गई अखिलेश की यह टिप्पणी इस लिहाज से अहम है कि हाल में सपा नेता राम गोपाल यादव ने दावा किया था कि पुलवामा आतंकवादी हमला वोट हासिल करने के लिए रचा गया ‘‘षड्यंत्र’’ था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रामगोपाल की टिप्पणी पर ट्वीट कर कहा कि राम गोपाल जैसे वरिष्ठ नेता का यह निन्दनीय बयान उन सभी का अपमान है, जिन्होंने कश्मीर की सुरक्षा करते हुए अपनी कुर्बानी दी। यह हमारे शहीदों के परिवार वालों का अपमान है।
उल्लेखनीय है कि रामगोपाल यादव ने कहा था कि अर्द्धसैनिक बल सरकार से दुखी हैं। वोट के लिए जवान मार दिए गए। जम्मू-श्रीनगर के बीच में चेकिंग नहीं थी और साधारण बसों से जवानों को भेज दिया गया। यह साजिश थी। जब सरकार बदलेगी तो इसकी जांच होगी और बड़े-बड़े लोग फंसेंगे।