कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने भाजपा के इशारे पर राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा के मद्देनजर चार मुख्य दलों की बैठक बुलाई है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि त्रिपाठी ने उन्हें बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने मना कर दिया क्योंकि कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है, राज्यपाल का नहीं।
बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वे (राज्यपाल) भाजपा के प्रवक्ता की तरह हैं। भाजपा ने उन्हें सर्वदलीय बैठक कराने के लिए कहा और उन्होंने ऐसा किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (त्रिपाठी) मुझे भी बुलाया था। लेकिन, मैंने कहा कि मैं नहीं जा सकती क्योंकि आप राज्यपाल हैं और मैं निर्वाचित सरकार हूं। कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है। यह आपका विषय नहीं है।’’
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि राज्यपाल एक कप चाय या शांति बैठक के लिए लोगों को बुला सकते हैं। ‘‘यही कारण है कि मैं वहां पार्टी प्रतिनिधि भेज रही हूं। वह जाएंगे और चाय पीकर आ जाएंगे।’’
तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, कांग्रेस और माकपा के प्रदेश प्रमुख राजभवन में बैठक में हिस्सा लेने वाले हैं।
किर्गिज़स्तान की राजधानी बिश्केक में इस वक्त भारत और चीन की द्विपक्षीय बातचीत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बिश्केक में जारी एससीओ समिट से इतर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी से मुलाकात हुई।
बिश्केक में चीन के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया, ''दोनों देशों ने माना है कि अगला साल भारत-चीन के लिए महत्वपूर्ण है, अगले साल दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध के 70 साल पूरे हो रहे हैं। इस बैठक में पीएम मोदी ने चाइनीज प्रेजिडेंट शी चिनफिंग से आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के रवैये पर चर्चा हुई। चीन के प्रेजिडेंट को बताया गया कि इस मुद्दे पर पाकिस्तान ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।''