पणजी: गोवा के एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की संभावनाओं को शनिवार को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में अपना इलाज करा रहे मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर 6 सप्ताह में देश लौट आएंगे और अपनी जिम्मेदारी संभाल लेंगे। राज्य के शहरी विकास मंत्री फ्रांसिस डिसूजा ने कहा कि पर्रिकर भले ही राज्य से दूर हैं लेकिन उन्होंने किसी को भी अपनी शक्तियां नहीं सौपी हैं। कैबिनेट के मंत्रियों एवं सचिवों को जब भी उनके मार्गदर्शन की जरूरत पड़ती है, वह उनके लिए फोन पर उपलब्ध होते हैं।
मीडिया के एक वर्ग ने पर्रिकर की अनुपस्थिति में राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की संभावनाओं के बारे में रिपोर्ट की थी। पर्रिकर (62) पेट संबंधी बीमारी से ग्रसित हैं। अमेरिका के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। इस अस्पताल में वह मार्च के पहले सप्ताह में भर्ती हुए थे। मंत्री ने कहा, ‘पर्रिकर के अमेरिका रवाना होने से पहले मैंने उनसे मुलाकात की थी और वह 6 सप्ताह में वापसी को लेकर बेहद आश्वस्त थे।’ उन्होंने संभावना जताई कि पर्रिकर अमेरिका में अधिक से अधिक 8 सप्ताह के लिए रुक सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री जब भी राज्य से बाहर होते हैं तो प्रभार किसी और को देने की परंपरा रही है, लेकिन यह अधिकतर तभी होता है जब संचार के साधन सीमित हों।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन अब संचार कोई समस्या नहीं है। हर दिन पर्रिकर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव या जो भी उनसे बात करना चाहता है, उसके संपर्क में होते हैं। तो मुद्दा कहां है? जहां तक प्रशासन का सवाल है तो ऐसा कोई मुद्दा नहीं है।’ मंत्री 3 सदस्यीय कैबिनेट सलाहकार समिति (CAC) का हिस्सा हैं। पर्रिकर की अनुपस्थिति में यह समिति सरकार के हर दिन के कामकाज के संचालन के लिए बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की स्वीकृति से समिति फैसले कर रही है। यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में क्या प्रशासन ढह गया है, इसके जवाब में डीसूजा ने ना में उत्तर दिया।