नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार पर प्रत्यक्ष रूप से तंज कसते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी अजाद ने सोमवार को कहा कि वाजपेयी के युग में सरकार और विपक्ष के बीच आज की तरह दूरी नहीं थी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक सभा में आजाद ने याद किया कि किस तरह नरसिम्हा राव सरकार में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री के रूप में वह अक्सर वाजपेयी से मिला करते थे, जो तत्कालीन विपक्ष के नेता थे और उनके साथ खाना-पीना किया करते थे।
आजाद ने कहा, "1991 व 1996 के बीच संसदीय कार्य मंत्री रहने के दौरान मैं अक्सर अटल जी से मिला करता था, क्योंकि वह तत्कालीन विपक्ष के नेता थे। संसदीय कार्य मंत्री व विपक्ष के नेता के बीच तीन-चार बैठकें आम हैं। चूंकि हमारी अल्पमत की सरकार थी, ऐसे में विपक्ष पर आश्रित रहना स्वाभाविक था।"
आजाद ने कहा, "हम अक्सर साथ-साथ खाते थे, कभी मेरे कक्ष में तो दूसरी बार उनके कक्ष में (संसद सत्र के दौरान)। इन दिनों की तरह सरकार व विपक्ष के बीच कोई दूरी, अलगाव उन दिनों नहीं था।" उन्होंने कहा कि वाजपेयी अपने देश व लोगों की प्रगति व कल्याण के लिए समर्पित थे।