नई दिल्ली। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) के लिए हुए चुनावों की शुरुआती मतगणना में भारतीय जनता पार्टी सबसे आगे चल रही है और शुरुआती रुझानों से भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा उत्साहित नजर आ रहे हैं। संबित पात्रा ने ट्वीट संदेश में मां लक्ष्मी की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है 'भाग्यनगर'।
हैदराबाद नगर निगम चुनाव को लेकर हो रही मतगणना के शुरुआती रुझान में भारतीय जनता पार्टी सबसे आगे चल रही है। अबतक जो मतगणना हुई है उसमें भारतीय जनता पार्टी 88 सीटों पर आगे चल रही है जबकि तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (TRS) 34 और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM सिर्फ 17 सीटों पर आगे है, कांग्रेस महज 2 सीटों पर आगे चल रही है।
कैसे बनेगा हैदराबाद का मेयर?
BJP को अपना मेयर बनाने के लिए 150 में से कम से कम 95 सीटें जीतनी होंगी, वहीं अगर TRS 67 सीटें भी जीत लेती है तो उसका मेयर बन जायेगा कैसे इसे समझिए। मेयर के चुनाव के लिए वोटिंग के दिन GHMC के 150 चुने हुए जन प्रतिनिधियों के अलावा एक्स ओफ्फिशियो वोटर्स भी वोट डालतें हैं। ये वो लोग हैं जो GHMC की लिमिट से लोकसभा, राज्य सभा, विधानसभा और विधान परिषद में चुने गए सांसद या विधायक होते हैं।ताजा सूची के मुताबिक ऐसे 45 वोटर्स हैं। जिनमें से TRS के पास 31, AIMIM के पास 10, BJP के पास 3 और कांग्रेस के पास 1 वोट है। तो मेयर के चुनाव के लिए कुल 150+45= 195 वोट पड़ेंगे और इसमें से जिस पार्टी को 98 वोट मिलेंगे उसका मेयर बनेगा। इस लिहाज से TRS ज्यादा कंफर्टेबल नज़र आ रही है। BJP तभी अपना मेयर बना पाएगी जब लेंड स्लाइड जीत हो...
क्यों पूरे देश की नजर GHMC चुनाव पर
हैदराबाद नगर निगम चुनावों के परिणाम पर पूरे देश की नजर टिकी हुई है, नगर निगम चुनाव होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने इन चुनावों में अपनी ताकत झोकी थी और पार्टी की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रचार के लिए पहुंचे थे। हैदराबाद को जीतकर भारतीय जनता पार्टी की नजर पूरे तेलंगाना पर टिकी हुई है जहां पर 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
इसके अलावा कुछ महीनों बाद तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में भी विधानसभा चुनाव होने हैं और हैदराबाद के परिणाम का असर इन राज्यों पर भी पड़ सकता है। दक्षिण भारत में भाजपा फिलहाल कर्नाटक में ही मजबूत है लेकिन जिस तरह से हैदराबाद के परिणाम आ रहे हैं उन्हें देखते हुए लग रहा है कि आने वाले दिनों में दक्षिण भारत के अन्य राज्यों में भी भाजपा का विस्तार हो सकता है।