नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली से सांसद बीजेपी और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने शहरी विकास मंत्रालय की संसदीय स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर बयान जारी किया है। इस मामले पर दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने उनपर निशाना भी साधा था। ऐसे में गौतम गंभीर ने बयान जारी कर कहा कि “मेरे संसदीय क्षेत्र के लिए मेरे वादे और मेरे शहर को, यहां हो रहे काम के आधार पर परखें।” उन्होंने कहा कि “मैं राजनीति में पैसा कमाने के लिए नहीं आया।”
इसके अलावा गौतम गंभीर ने अपने बयान में कुछ कामों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि “गाजिपुर लैंडफिल को साफ करने के लिए मशीने लगाने से लेकर EDMC स्कूलों को बेहतर करने, डिजिटल क्लास और अच्छा इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने तक, महिलाओं को फायदा पहुंचाने के लिए सेनेटरी पैड वैंडिंग मशीन लगाने और गरीबों को फ्री खाना देने तक, मैंने उन लोगों के लिए कोई काम नहीं छोड़ा, जिन्होंने मुझे अच्छे के लिए वोट किया था। यह आने वालों 4.5 सालों के लिए मेरे द्वारा सोचे गए कामों का 1 प्रतिशत भी नहीं है।”
आम आदमी पार्टी के हमले पर पलटवार करते हुए गंभीर ने कहा कि “मेरी वाणिज्यिक व्यस्तताओं को मुद्दा बनाकर वह अपने नेताओं की अक्षमता के छिपा रहे हैं और राजनीतिक लालच को साध रहे हैं। यह सबसे दुखद चीजें हैं। जो पार्टी, ईमानदारी के साथ लोगों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है, वह ही ऐसा कर रही है।” उन्होंने कहा “मुझे मेरे संसदीय क्षेत्र, शहर और देश के लोगों पर पूरा भरोसा है कि वह मुझे मेरे काम के आधार पर परखेंगे।
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार दोपहर ट्वीट किया कि संसदीय कमेटी की बैठक में आज का एजेंडा दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण था, जिसके बारे में एक हफ्ते पहले ही जानकारी दे दी गई थी। लेकिन, इस बैठक में गौतम गंभीर गायब रहे। क्या प्रदूषण को लेकर गंभीरता कमेंट्री बॉक्स तक ही सीमित है। AAP ने गौतम गंभीर की इंदौर टेस्ट के दौरान साथी कमेंटेटर वीवीएस लक्ष्मण के साथ जलेबी खाने की एक तस्वीर भी साझा की।