भोपाल: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी के त्यागपत्र पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। दिग्विजय सिंह ने कहा राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए यह कदम उठाया है और वह इसकी प्रशंसा करते हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पार्टी चाहती थी कि राहुल गांधी अध्यक्ष पद पर बने रहें।
गांधी-नेहरू परिवार और कांग्रेस पार्टी के रिश्तों पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि 1968 से लेकर अबतक कांग्रेस पार्टी का 2 बार विभाजन हुआ और पार्टी कार्यकर्ताओं ने सिर्फ उसी धड़े को कांग्रेस पार्टी माना जिसका नेतृत्व गांधी नेहरू परिवार करता था। दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल गांधी अब यह साफ कर चुके हैं कि पार्टी का अगला अध्यक्ष गांधी-नेहरू परिवार से नहीं होगा और पार्टी कार्यकर्ताओं को यह स्वीकार नहीं है।
दिग्विजय सिंह ने देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाए जाने के केंद्र के फैसले पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को सपना बेचना आता है और इस बार उन्होंने 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी का सपना बेचा है।