भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश जोशी का लंबी बीमारी के बाद यहां एक निजी अस्पताल में रविवार को निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। उनके बेटे एंव मध्य प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘मेरे पिताजी का बंसल अस्पताल में आज सुबह निधन हो गया।’ कैलाश जोशी का जन्म 14 जुलाई 1929 को हुआ था। वह 1977-1978 में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।
कैलाश जोशी ने मध्य प्रदेश में जनसंघ एवं भाजपा को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। उनके परिवार में 3 बेटे एवं 3 बेटियां हैं। जोशी की पत्नी का निधन भी कुछ महीने पहले ही हुआ है। वह मध्य प्रदेश विधानसभा में 8 बार विधायक रहे। सूबे के कद्दावर बीजेपी नेताओं में गिने जाने वाले जोशी राज्यसभा एवं लोकसभा के सदस्य भी रहे। उनका अंतिम संस्कार मध्यप्रदेश के देवास जिले में उनके गृह नगर हाटपिपल्या में सोमवार को किया जाएगा।
जोशी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने जोशी द्वारा मध्य प्रदेश के विकास में दिए गए योगदान को याद किया। पूर्व मुख्यमंत्री जोशी के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘कैलाश जोशी जी एक ऐसे निष्ठावान नेता थे जिन्होंने मध्य प्रदेश के विकास में एक मजबूत योगदान दिया। उन्होंने मध्य भारत में जनसंघ और भाजपा को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने एक प्रभावी विधायक के रूप में अपनी पहचान बनाई। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।’
घटना पर दुख जताते हुए बीजेपी अध्यक्ष एवं गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश जोशी जी के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। वह एक जमीन से जुड़े नेता थे जो सदैव जनता के हितों के लिए प्रयासरत रहे। मध्य प्रदेश में संगठन विस्तार में उनकी अहम भूमिका रही। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।’ वहीं, कमलनाथ ने जोशी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि कैलाश जोशी सादा जीवन उच्च विचार के राजनेता थे। उन्होंने कहा, ‘जीवन र्पयत वे मूल्य और सिद्घांतों के प्रति समर्पित रहे। कभी समझौता नहीं किया। उनका निधन प्रदेश के लिए बड़ी क्षति है।’