नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में सोमवार को दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए सर्वदलीय प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''अटल जी के दिल जैसा बड़ा दिल किसी का नहीं था, वो छोटे-बड़े, धर्म और प्रांत से फर्क नहीं करते थे। वो वजीर-ए-आजम नहीं हिंदुस्तान के दिलों के मालिक थे। उन्होंने ताकत से नहीं, मोहब्बत से हिंदुस्तान के हर शख्स के दिल पर मुहर लगाई।'' उन्होंने कहा, ''अटल जी जानते थे कि मिलकर ही वतन को उठा सकते हैं। वह कहते थे भारत को कोई गिरा नहीं सकता...वो ताकत पैदा नहीं हुई, जो हमें हिला सकती हैं। अटल जी कहते थे ये देश तेरा भी है, मेरा भी है, सबका है।''
अब्दुल्ला ने आगे कहा, ''अटल जी ने दुनिया को बताया कि हमारे पास ताकत है। उनको याद रखना है तो प्रेम बांटने वाला देश बनाओं। प्रेम बांटिएगा तो यही अटल जी को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी और दुआं करता हूं कि मैं मरते दम तक उन्हीं के रास्ते पर चलूं।''
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अटल अपने फैसलों में भी अटल थे: PM मोदी
सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटल अपने फैसलों में भी अटल थे। उन्होंने पोखरण में परमाणु परीक्षण का जिक्र करते हुए कहा कि प्रतिबंधों की परवाह न करते हुए अटल ने दुनिया को दिखा दिया कि भारत अटल है। पीएम मोदी ने अटल जी को श्रदांजलि देते हुए कहा कि उनके पुराने अनुभवों की वजह से उन्होंने कश्मीर पर दुनिया की सोच को बदला। आतंकवाद से जूझते भारत की स्थिति के बारे में उन्होंने दुनिया को बताया। पीएम ने कहा कि अटल जी के साथ काम करने का मौका मिला, वो सौभाग्यशाली हैं। उनके जाने से खालीपन पैदा हुआ है जिसे भरा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सबसे पहले 13 दिन की सरकार बनी वो गिर गई लेकिन अटल जी को खुद पर भरोसा था, वो रूके नहीं..अटके नहीं। पीएम मोदी ने कहा कि अटल देश के लिए जिए और उसूलों के लिए जिए और शायद इसीलिए पूरा देश उनके निधन से गमगीन है।
वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद 16 अगस्त को निधन हो गया था। इस प्रार्थना सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों और विपक्ष के कई नेता शामिल हुए। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी को सूचित किया कि राजीव गांधी का जन्मदिवस होने की वजह से वे अटल बिहारी वाजपेयी की प्रार्थना सभा में आने में असमर्थ हैं।