पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) विशेष अदालत के न्यायाधीश को फोन करने के आरोपों का खंडन किया है। राजद के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि न्यायाधीश को राजद के किसी नेता ने फोन नहीं किया है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि अगर किसी ने ऐसा किया है, तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
पटना में तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, "राजद के किसी नेता ने न्यायाधीश को फोन नहीं किया है। अगर किसी ने फोन किया था तो 'जज' मौन क्यों हैं? जज को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए थी।"
उन्होंने आगे कहा, "जज साहब ने कहा है कि उन्हें राजद के लोगों ने फोन किया तो जज साहब को नाम बताना चाहिए कि किसने फोन किया। वो जज हैं 'महामानव' नहीं।"
उल्लेखनीय है कि चारा घोटाले के एक मामले में दोषी करार दिए गए लालू प्रसाद को रांची में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने गुरुवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को सजा नहीं सुनाई थी। इस दौरान लालू और न्यायधीश के बीच बातचीत हुई थी, जिसमें लालू प्रसाद ने कहा, "सर, सबकुछ सही हो जाए, अगर किसी के पास ठंडा दिमाग हो।"
इस पर न्यायाधीश ने कहा, "मैं किसी की नहीं सुनता। आपके शुभचिंतकों के फोन बहुत दूर-दूर से आते हैं।"