नई दिल्ली: कानपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर कांग्रेस नेता और और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर यूपी पुलिस और योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया है। दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में उस वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर सवाल उठाए हैं, जिसमें विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लाया गया था।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, "जिसका शक था वह हो गया। विकास दुबे का किन किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा। पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?"
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उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा, "यह पता लगाना आवश्यक है विकास दुबे ने मध्यप्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर को सरेंडर के लिए क्यों चुना? मध्यप्रदेश के कौन से प्रभावशाली व्यक्ति के भरोसे वो यहाँ उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने आया था?"
बता दें कि दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को उज्जैन में गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद कहा था कि उसे राजनीतिक संरक्षण देने वाले ही उसकी हत्या करा सकते हैं इसलिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में SIT से मामले की जांच करायी जाना चाहिए।
उन्होंने मांग की थी कि उत्तर प्रदेश पुलिस के हत्यारे गैंगस्टर विकास दुबे को न्यायिक हिरासत में रखा जाए और सुरक्षा भी मुहैया कराई जाए। गैंगस्टर को राजनीतिक संरक्षण देने वाले ही उसकी हत्या करा सकते हैं।