जम्मू। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को, दो महीने पहले संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने और विधानसभा क्षेत्रों के सुनियोजित परिसीमन के बाद जम्मू एवं कश्मीर में उसका पहला मुख्यमंत्री बनने की उम्मीद है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा, "जम्मू एवं कश्मीर एक इकाई है। और यहां अध्यक्ष के तौर पर मुझे विश्वास है कि बहुत जल्द यहां भाजपा का मुख्यमंत्री होगा।"
रैना ने कहा कि चुनाव आयोग एक आयोग गठित करेगा, जिसका अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट का कोई सेवानिवृत्त न्यायाधीश होगा। भाजपा नेता ने कहा कि परिसीमन प्रक्रिया के लिए गठित किया जाने वाला आयोग सभी मानक प्रक्रियाओं का पालन करेगा। केंद्र सरकार ने पांच अगस्त को जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।
इसके बाद सरकार ने राज्य में संचार और इंटरनेट सेवाओं पर व्यापक प्रतिबंध लगा दिए और भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया है। राज्य में लगभग 60 दिनों से जारी प्रतिबंध से संबंधित एक प्रश्न पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, "अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के तुरंत बाद ही मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी।" उन्होंने कहा, "और अब आप देख रहे हैं कि यहां मोबाइल सेवा और वाई-फाई सेवा निर्बाध रूप से चल रही है और लोग उनका उपयोग कर रहे हैं।"
कश्मीर घाटी में सिर्फ लैंडलाइन कनेक्शन तथा बीएसएनएल मोबाइल के नेटवर्क संचालित हैं। इस पर उन्होंने कहा, "कश्मीर घाटी में भी चाहे लैंडलाइन कनेक्शन हो या बीएसएनएल मोबाइल सेवा, सभी संचालित हैं और लोग उनका उपभोग कर रहे हैं।"
कश्मीर घाटी में श्रीनगर और अन्य जिलों में इंटरनेट पर प्रतिबंध पर उन्होंने कहा, "लेकिन अभी भी संभावनाएं हैं कि पाकिस्तानी एजेंट इन सुविधाओं का उपयोग गलत सूचनाएं फैलाने, गड़बड़ी फैलाने और देश के युवाओं को भड़काने का प्रयास करने में सकते हैं।" रैना ने आगे कहा कि पाकिस्तानी तत्व युवाओं को भड़का सकते हैं और समाज में जहर घोल सकते हैं और इसीलिए एहतियातन ये कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, "लेकिन आपको जल्द ही इंटरनेट सेवाएं बहाल मिलेंगी।"