रायपुर. मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया। पीएम मोदी की इस घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि PM द्वारा वित्तीय पैकेज की घोषणा पहले ही की जानी चाहिए था। यह स्पष्ट नहीं है कि मजदूरों, किसानों, व्यापारियों और MSMEs के लिए इस पैकेज में क्या-क्या होगा। कल वित्त मंत्री स्पष्ट करेंगे, तभी यह स्पष्ट होगा कि किसको क्या मिलेगा।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट से जूझ रहे देश के विभिन्न वर्गों के लिए मंगलवार को कुल 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज, 2020 में आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा। उन्होंने कहा कि एक्सपर्ट बताते हैं कि कोरोना लंबे समय तक जिंदगी का हिस्सा बना रहेगा। लेकिन हम अपने लक्ष्यों को दूर नहीं होने देंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने रात आठ बजे से देश को संबोधित करते हुए कहा, "आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा करता हूं। हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे, और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है। ये पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 प्रतिशत है। इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉज सभी पर बल दिया गया है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "यह आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, लघु, मंझोले उद्योग, एमएसएमई के लिए हैं। जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन हैं। जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है। यह आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, उस किसान के लिए है, जो हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन-रात परिश्रम करते हैं। यह आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देकर देश के विकास में योगदान देता है। यह पैकेज आर्थिक जगत के लिए है जो भारत के आर्थिक विकास को बुलंदी देते हैं। आगे वित्त मंत्री के स्तर से इस आर्थिक पैकेज की विस्तार से जानकारी दी जाएगी।"
With inputs from IANS