श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी अगले विधानसभा चुनाव में बहुमत के साथ सत्ता में आती है तो सत्य एवं मेलमिलाप आयोग गठित करके जम्मू-कश्मीर में हत्याओं की जांच कराएंगे। उन्होंने कहा कि कश्मीर बुनियादी रूप से राजनीतिक समस्या है और राज्य के भीतर और साथ ही पाकिस्तान के साथ संवाद स्थापित करने से ही आगे का रास्ता निकल पाएगा। श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र से सांसद दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग में पार्टी के एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि उनके बेटे और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला पहले ही राज्य में सत्य एवं मेलमिलाप आयोग गठित करने की बात कह चुके हैं। अब्दुल्ला से पूछा गया था कि जब वह सत्ता में आएंगे तो 2016 और उससे पहले के नागरिकों की हत्या की जांच पार्टी कराएगी? उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जिस दिन सत्ता में आएगी उसी दिन आयोग की घोषणा करेगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ शुरू किए गए ‘ऑपरेशन ऑल आउट’ का समर्थन नहीं करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम दमन का समर्थन कैसे कर सकते हैं? यह ‘ऑल आउट’ का सवाल नहीं है? हम अपने लोगों को पीड़ित होते नहीं देखना चाहते हैं। यह एनसी की नीति का हिस्सा नहीं है।'' उन्होंने कहा कि पार्टी किसी भी तरह की हिंसा और मानवाधिकार उल्लंघन का समर्थन नहीं करेगी। एनसी अध्यक्ष ने आशा जताई की कि केंद्र में एक नई सरकार कश्मीर मुद्दे के सभी पक्षों के साथ वार्ता शुरू करेगी।