नई दिल्ली: विवादित ब्रिटिश कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका (CA) से संबंध में अपने बेटे का नाम उभरकर सामने आने के बाद जनता दल (युनाइटेड) के महासचिव के.सी.त्यागी ने गुरुवार को कहा कि उनके बेटे की कंपनी का सीए के साथ सिर्फ 'पेशेवर संबंध' है और सरकार इस संबंध की जांच कर सकती है। लंदन स्थित चुनाव परामर्शदाता कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका पर लाखों उपभोक्ताओं के फेसबुक डाटा का इस्तेमाल करने का आरोप है। एनालिटिका चुनावी प्रक्रिया के लिए डेटा जुटाने व विश्लेषण का काम करती है। चिंता जताई जा रही है कि ऐसी संभावना है कि डाटा का इस्तेमाल 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल किया गया।
अमरीश त्यागी की कंपनी ओवलेनो बिजनेस इंटेलीजेंस (ओबीआई) सीए की भारतीय साझीदार है और इसकी ग्राहकों की सूची में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस व जनता दल-युनाइटेड (जद-यू) शामिल हैं। त्यागी ने कहा, "जद (यू) का मेरे बेटे अमरीश त्यागी की कंपनी से या कैंब्रिज एनालिटिका से कोई संबंध नहीं है। न तो सीए के निदेशकों ने कभी जद (यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार से मुलाकात की है और न ही नीतीश कुमार कभी इसके मालिकों से मिले हैं।"
उन्होंने कहा कि 'एक समाजवादी पार्टी होने के कारण जद (यू) डाटा जुटाने की रणनीति जैसी बातों में नहीं पड़ती।' हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि अमरीश ने बीते बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी के सोशल मीडिया अभियान की देखरेख की थी। उन्होंने कहा, "हालांकि, भारत में किसी तरह की शिकायत या डाटा में सेंध की कोई सूचना नहीं है, लेकिन मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं व खास तौर से अपने मित्र कानून व आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद से कि यदि देश में किसी तरह का डाटा का उल्लंघन या दुरुपयोग हुआ हो तो इसकी जांच हो। साथ ही मैं चाहूंगा कि वे मेरे बेटे की कंपनी व सीए के संबंध की जांच करें।"
उन्होंने कहा कि अमरीश ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए अमेरिका में एक महीने से ज्यादा समय तक के लिए प्रचार किया था। त्यागी ने कहा, "हालांकि एक समाजवादी के तौर पर मैं खुद इसे पसंद नहीं करता, लेकिन एक पेशेवर के रूप में वह (अमरीश) अपने काम के फैसले करने के लिए स्वतंत्र हैं। वह एक चालीस साल के प्रौढ़ व्यक्ति हैं।"