मुंबई: पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त टी सी ए राघवन का कहना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूद विवादों का कोई आसान एवं त्वरित समाधान नहीं है। राघवन ने कहा कि दोनों देशों के बीच विवाद विश्वास की कमी के कारण है और इसे केवल राजनयिक तथा राजनीतिक माध्यमों से ही सुलझाया जा सकता है। उन्होंने कल यहां कहा था, ‘‘मुझे नहीं लगता है कि भारत-पाकिस्तान मुद्दों का कोई भी आसान और ठोस समाधान पेश कर सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुद्दे अविश्वास के ही हैं। आप अवश्विास के मुद्दे को केवल राजनयिक या राजनीतिक माध्यमों से ही सुलझा सकते हैं। इसका कोई आसान एवं त्वरित उपाय नहीं है।’’ सीमा-पार से आतंकवाद सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर भारत-पाकिस्तान संबंधों में खटास आ गई है। पिछले साल भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की एक अदालत द्वारा मौत की सजा सुनाए जाने के बाद द्वीपक्षीय संबंध और बिगड़ गए। नयी दिल्ली लगातार इस बात पर जोर दे रहा है कि सार्थक वार्ता शुरू करने से पहले इस्लामाबाद सीमा पार से होने वाले आतंकवाद को खत्म करे।
राघवन ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों में वीजा भी एक महत्वपूर्ण कारक रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा समय में वीजा ने वह महत्व खो दिया है जो उसका हुआ करता था, शायद तकनीक की वजह से या शायद इंटरनेट या अन्य संचार माध्यमों ने इसे प्रभावित किया है।’’
उल्लेखनीय है कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा चिकित्सीय आधार पर की जाने वाली वीजा मांग पर त्वरित कार्रवाई करती हैं। राघवन ने अपनी किताब ‘‘द पीपल नेक्सट डोर: द क्यूरियस हिस्ट्री ऑफ इंडिया-पाकिस्तान रिलेशन्स’’ के विमोचन के दौरान उक्त बात कही।