नई दिल्ली: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरीश रावत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत द्वारा हाल ही में कांग्रेस की तारीफ किए जाने को 'नाटक' करार दिया है। उन्होंने कहा कि RSS यह सब अपनी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए कर रहा है, जबकि उसके स्वभाव में कोई बदलाव नहीं आने वाला है। कांग्रेस महासचिव रावत ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की कैलास मानसरोवर यात्रा से भाजपा और RSS का 'अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का दुष्प्रचार' ध्वस्त हो गया जिस वजह से ये बहुत परेशान हैं।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस की तारीफ एक ऐतिहासिक तथ्य है। लेकिन हमारी तारीफ से RSS का स्वभाव नहीं बदलने वाला है। उसका रंग नहीं बदलने वाला है। इसलिए उनके द्वारा हमारी तारीफ किए जाने का कोई मतलब नहीं है। सच्चाई यह है कि संघ अपनी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए हमारी तारीफ का नाटक कर रहा है।' पिछले दिनों RSS के ‘भविष्य का भारत' नामक कार्यक्रम में भागवत ने कांग्रेस की तारीफ करते हुए कहा था कि इस पार्टी ने देश को कई महापुरुष दिए हैं।
रावत ने गांधी की हालिया कैलास यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा, 'राहुल गांधी और उनका परिवार हमेशा से शिवभक्त रहा है। इसी वजह से वह कैलास की यात्रा पर गए। लेकिन इससे भाजपा और RSS के लोग डरे हुए हैं। इनका डर स्वाभाविक है। इन्होंने नकारात्मक अभियान चलाया और लोगों को गुमराह किया। हमने कहा कि अल्पसंख्यकों और दलितों में गरीबी ज्यादा है इसलिए उन पर ज्यादा दिया जाए। लेकिन उन्होंने पहले दलित तुष्टिकरण और फिर अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का दुष्प्रचार फैलाया। पहले राहुल गांधी के केदारनाथ जाने से इनके इस दुष्प्रचार में दरार आ गई। अब कैलास जाने के बाद अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का उनका दुष्प्रचार ध्वस्त हो गया है।'
उन्होंने दावा किया, 'अब भाजपा और RSS के लोग बहुत परेशान हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें। उनकी नींद उड़ गई है। लगता है कि उनके सपने में भी राहुल गांधी आते हैं।' गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी के विमान में अचानक तकनीकी खराबी आ गई थी और वह कई हजार फुट नीचे आ गया था। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस की रैली में इस घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि उन्होंने कैलास मानसरोवर यात्रा का संकल्प लिया है।
राहुल गांधी द्वारा बार-बार RSS पर निशाना साधने का समर्थन करते हुए रावत ने कहा, 'RSS और कांग्रेस विपरीत ध्रुव हैं। कांग्रेस का मूलभूत सिद्धांत अहिंसा, सर्वधर्म समभाव और समग्रता है, लेकिन RSS का सिद्धांत इसके बिल्कुल उलट है। इसलिए हमारा RSS के खिलाफ बोलना स्वाभाविक है। हम हमेशा से यही कहते रहे हैं कि हमें हिंदू धर्म में अटूट विश्वास है और हिंदू होने पर गर्व है, लेकिन हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। RSS और भाजपा ने हिंदुत्व मापने थर्मामीटर ले रखा है जिससे हम सहमत नहीं हैं। उनका यह थर्मामीटर उन्हें मुबारक हो।'
आगामी लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की संभावना के सवाल पर उन्होंने कहा, 'विपक्ष के सभी दल यही कह रहे हैं कि वे भाजपा को हराना और संवैधानिक लोकतंत्र को बचाना चाहते हैं। आप देखेंगे कि सभी दल साथ आएंगे और भाजपा को हराएंगे।'