नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की गिरफ्तारी के बाद आप सरकार ने मंगलवार को उपराज्यपाल नजीब जंग पर आरोप लगाया कि वह आपातकाल जैसे हालात पैदा कर रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया से कहा कि निहित स्वार्थी लोग आप सरकार के भ्रष्टाचार रोधी अभियान के कारण इसके खिलाफ गोलबंद हो गए हैं। लेकिन उन्होंने संकल्प लिया कि आप झुकेगी नहीं।
सिसोदिया ने कहा, "भ्रष्ट नेता दिल्ली में आपातकाल जैसे हालात पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। आप सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उसने भ्रष्टाचार की जड़ों को हिला दिया है।"
सिसोदिया ने कहा कि तोमर की कथित फर्जी डिग्री का मुद्दा अदालत में है, फिर भी लगभग 40 पुलिसकर्मियों ने तोमर के कार्यालय में घुसकर उन्हें वहां से उठा लिया, जैसे कि वह कोई भगोड़ा हैं।
उन्होंने कहा, "कॉलेज ने अपने दस्तावेज में स्पष्ट कहा है कि तोमर उनके कॉलेज के छात्र थे और उन्होंने निश्चित संस्थान से कानून की डिग्री हासिल की।"
दिल्ली पुलिस ने आप सरकार को नहीं, बल्कि उपराज्यपाल को और केंद्रीय गृहमंत्रालय को सूचित किया।
सिसोदिया ने कहा, "पुलिस ने तोमर से कहा कि वे कुछ दस्तावेज देखने आए हैं.. उन्होंने उनसे उनके साथ घर चलने के लिए कहा। रास्ते में उन्होंने उनके चालक से गाड़ी से उतर जाने के लिए कहा और उनके वाहन को अपने नियंत्रण में ले लिया और उनसे कहा कि वह हिरासत में हैं।"
सिसोदिया ने कहा, "उन्होंने तोमर से कहा कि वह किसी को दस्तावेज लेकर पुलिस थाने आने के लिए कह सकते हैं.."
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा, "यह सब क्या हो रहा है?" खिन्न सिसोदिया ने कहा, "क्या वह (तोमर) भाग रहे थे? क्या उन्होंने दिल्ली में बम विस्फोट किया है? उनके खिलाफ आरोप हैं। मामला अदालत में है तो इसमें गिरफ्तारी की क्या जरूरत थी?"
उन्होंने कहा, "यहां आपातकाल जैसे हालात हैं। यह लोकतंत्र है.. (हम जो कर रहे हैं, उसके लिए) यह आप को सबक सिखाने की एक कोशिश हो सकती है।"
पुलिस ने मंगलवार सुबह आप नेता और दिल्ली के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर (49) को धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया।
इससे पहले उच्च न्यायालय के निर्देश पर पुलिस का एक दल तोमर की फर्जी डिग्री की जांच करने के सिलसिले में बिहार गया था।
तोमर की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए आप नेता कुमार विश्वास ने कहा कि जिस तरह से जंग ने मुकेश कुमार मीणा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) का प्रमुख बनाया। इससे पता चलता है कि उपराज्यपाल और केंद्र सरकार डरी हुई है और दिल्ली पुलिस का इस्तेमाल कर रही है।