नई दिल्ली: महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव तारीखों का ऐलान हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों राज्यों में एक ही दिन और एक ही चरण में चुनाव होंगे। ये चुनाव 21 अक्टूबर को होंगे और वोटों की गिनती 24 अक्टूबर को होंगे। हरियाणा-महाराष्ट्र में 2 और 9 नवंबर को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। ऐसे में इससे पहले इन राज्यों में चुनाव की प्रक्रिया पूरी होंगी। महाराष्ट्र में 8.9 करोड़ मतदाता हैं, जबकि हरियाणा में 1.28 करोड़ मतदाता हैं। हरियाणा में 1.03 लाख बैलेट यूनिट हैं, जबकि महाराष्ट्र में 1.8 लाख बैलेट यूनिट, 1.28 लाख CU और 1.39 लाख वीवीपैट मशीनें हैं। अगर कोई उम्मीदवार अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी नहीं देता है तो उसका पर्चा रद्द कर दिया जाएगा।
चुनावी कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि दोनों राज्यों में 27 सितंबर को अधिसूचना जारी की जाएगी। 4 अक्टूबर तक नामांकन किया जा सकता है और 7 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। इसके अलावा अलग-अलग राज्यों की 64 विधानसभा सीटों और बिहार की समस्तीपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव भी 21 अक्टूबर को होगा।
सुनील अरोड़ा ने बताया कि आज से दोनों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्याशी के लिए चुनाव में खर्च की अधिकतम सीमा 28 लाख रुपये रहेगी जो दोनों ही राज्यों में लागू होगा। चुनाव आयोग की ओर से खर्च पर भी नज़र रखी जाएगी। तारीखों का ऐलान करने से पहले चुनाव आयोग ने सुरक्षा का जायजा लिया और तैयारियों को परख कर ही अब चुनाव कराया जा रहा है। चुनाव आयोग की ओर से राजनीतिक दलों से अपील की गई है कि वह अपने प्रचार में प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करें और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए अपने प्रचार को आगे बढ़ाएं।
महाराष्ट्र में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में, भाजपा ने 122 सीटें जीती थी और इसकी सहयोगी शिवसेना को 63 सीटें मिली थी। वहीं कांग्रेस ने 42 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) ने 41 सीटों पर कब्जा जमाया था। अन्य के खाते में 20 सीटें गईं थी। कांग्रेस और राकांपा ने राज्य में 15 वर्षो तक सत्ता साझा करने के बाद 2014 में विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा था।
हरियाणा में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में, भाजपा ने 47 सीट, इंडियन नेशनल लोकदल(आईएनएलडी) ने 19 जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थी। वहीं हरियाणा जनहित कांग्रेस(एचजेसी) ने दो सीट, शिरोमणी अकाली दल(शिअद) और बहुजन समाज पार्टी(बसपा) ने एक-एक सीटें जीती थी। पांच निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी यहां चुनाव में जीत दर्ज की थी।