लाइव अपडेट्स:
- 28 मई से पहले राज्य में नई सरकार का गठन कर लिया जाएगा।
- 15 मई को मतगणना की जाएगी।
- 12 मई को सभी सीटों के लिए मतदान होगा।
- सभी 224 सीटों के लिए एक ही चरण में मतदान होगा।
- 17 अप्रैल को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग नोटिफिकेशन जारी करेगा।
- मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने कहा है कि अगर जानकारी लीक हुई है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी।
- वहीं बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीए के 12 मई को चुनाव होने के ट्वीट पर भी चुनाव आयोग ने अपनी बात रखी है।
- कर्नाटक में तत्काल प्रभाव से आचार संहिता लागू कर दी गई है।
- उम्मीदवार के चुनावी खर्चे पर आयोग की रहेगी खास नजर।
- रात 10 बजे से लेकर सुबह 10 बजे तक लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर रोक रहगी।
- हर उम्मीदवार को 28 लाख खर्च करने की छूट।
- 28 मई से पहले चुनाव संबंधी सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
- दिव्यांगों के लिए पोलिंग बूथ पर खास व्यवस्था की जाएगी।
- सभी पोलिंग बूथ पर वीवीपीएटी ईवीएम लगाई जाएंगी।
- 97 फिसदी मतदातों के फोटो पहचान-पत्र जारी कर दिए गए हैं।
- राज्य में कुल 56,696 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे।
- राज्य में कुल 225 सीटें हैं लेकिन चुनाव 224 सीटों के लिए होगा। एक सीट एंग्लो-इंडियन के लिए रिजर्व रखी गई है।
- राज्य में इस बार चार करोड़ 96 लाख वोटर है
नयी दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेस करके चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके राज्य की सभी 224 विधानसभी सीटों के लिए चुनाव तारीखों के ऐलान किया। राज्य में 1 सीट एंग्लो-इंडियन के लिए रिजर्व है इसलिए इस सीट पर मतदान नहीं किया जाएगा। राज्य में 4 करोड़ 96 लाख मतदाता है।
ग़ौरतलब है कि तमाम राजनीतिक पार्टियां चुनाव के लिए राज्य में पहले से ही सक्रिय हो चुकी हैं. कांग्रेस के लिए कर्नाटक दक्षिण में उसका आख़िरी क़िला है जिसे बचाने के लिए उसने सारी ताकत झोंक दी है. दूसरी तरफ बीजेपी पीएम मोदी और अमित शाह के भरोसे कर्नाटक में सत्तारुढ़ कांग्रेस को हराने की हर संभव कोशिश कर रही है लेकिन कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी भी सिद्धारमैया सरकार को बचाने के लिए राज्य के लगातार दौरे कर रहे हैं. यह चुनाव दोनों पार्टियों के लिए बेहद अहम माना जा राह है.
2019 लोकसभा चुनाव और इस साल होने वाले कई राज्यों में विधानसभा चुनावों को दोनों पार्टियों ने नाक की लड़ाई बना दिया है. इसके नतीजों का असर आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी देखने को मिलेगा. ऐसे में दोनों पार्टियां कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं.
2013 के चुनावों में 224 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को कुल 122 सीटें मिली थीं. चुनाव पूर्व आए सर्वेक्षणों में कांग्रेस की स्थिति अच्छी बताई जा रही है. सी-फोर की तरफ से किए गए सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि कांग्रेस इस बार राज्य में न सिर्फ सरकार बचाने में कामयाब रहेगी बल्कि पिछली बार से ज्यादा सीटें भी हासिल करेगी.