नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (सपा) में दो फाड़ के बाद पार्टी के चुनाव चिन्ह 'साइकिल' को अपने पास रखने के लिए मुलायम गुट व उनके बेटे अखिलेश गुट के प्रयासों के बीच पूर्व निर्वाचन आयुक्त एस.वाई.कुरैशी ने सोमवार को कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि दोनों में से किसी भी गुट को साइकिल चुनाव चिन्ह न मिले।
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पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरेशी ने ये साफ किया है कि दोनों धड़ों के लिए चुनाव चिह्न की लड़ाई आसान नहीं होगी। विवाद बढ़ने पर चुनाव आयोग साइकिल चुनाव चिह्न को फ्रीज कर सकता है। साथ ही कुरेशी ने ये भी कहा कि दोनों धड़ो को चुनाव आयोग अलग-अलग पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह के साथ चुनाव मैदान में उतरने की इजाजत दे सकता है। इसके लिए चुनाव आयोग दोनों गुटों को अलग-अलग चिन्ह आवंटित करेगा।
उन्होंने ये भी कहा कि इस प्रोसेस में चार से 5 महीने का वक्त लग सकता है। मुझे नहीं लगता कि यह चुनाव से पहले होने जा रहा है, क्योंकि दोनों पक्षों के दावे मजबूत हैं और दोनों मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे।" कुरैशी ने कहा, "साइकिल चुनाव चिन्ह को जब्त कर लिया जाएगा तथा अनौपचारिक नाम तथा अनौपचारिक चुनाव चिन्ह प्रदान किए जा सकते हैं। निर्धारित प्रक्रिया तथा उसी के हिसाब से लगने वाले समय के बाद अंतिम फैसला आएगा।"