चंडीगढ़: अपने दो पोतों के खिलाफ अनुशासनहीनता के आरोपों पर संज्ञान लेते हुए इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला ने गुरुवार को हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला और युवा नेता दिग्विजय चौटाला को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया।
इनेलो प्रमुख ने दुष्यंत और दिग्विजय के खिलाफ ‘‘अनुशासनहीनता’’ के आरोपों से संबंधित मामले को पार्टी की अनुशासनात्मक समिति के पास भेज दिया है। हरियाणा की मुख्य विपक्षी पार्टी की गुरुग्राम में हुई कार्यकारिणी की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा कि लोकसभा सदस्य दुष्यंत चौटाला (हिसार से) और उनके छोटे भाई दिग्विजय सिंह के खिलाफ अनुशासनहीनता के आरोपों के मामले को पार्टी की अनुशासनात्मक समिति के पास भेजा गया है। इनेलो द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है,‘‘अनुशासनात्मक समिति से 25 अक्टूबर तक अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है और तब तक ये दोनों पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित रहेंगे।’’
बैठक के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए इसमें कहा गया है कि दुष्यंत और दिग्विजय ‘‘सात अक्टूबर को गोहाना में चौधरी देवी लाल के 105वें जयंती समारोह के दौरान उपद्रव मचाने और हरियाणा में आयोजित इस तरह की सबसे बड़ी रैली को बाधित करने के लिए बलों को उकसाने’’ के भी आरोपी हैं।
यह बैठक ओम प्रकाश चौटाला की अध्यक्षता में हुई। चौटाला को शिक्षक भर्ती घोटाले में 10 वर्ष जेल की सजा मिली हुई है और इस समय वह पैरोल पर है। बैठक में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने पार्टी में अनुशासन के महत्व पर बल दिया और चेतावनी दी कि अनुशासन का उल्लंघन करते हुए पाए गए किसी भी व्यक्ति के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।