नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24 फरवरी को अपनी पहली भारत यात्रा पर दिल्ली आ रहे है। अमेरिका में चुनाव से ठीक पहले ट्रंप का यह दौरा अमेरिका में रह रहे भारतीयों तक पहुंचने की एक कोशिश मानी जा रही है। गौरतलब है की अमेरिका में रह रहे भारतीय पारंपरिक तौर पर डेमेक्रैट्स के समर्थक माने जाते हैं। ऐसे में ट्रंप की इस भारत यात्रा को अमेरिकी चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच सातवीं मुलाकात होगी। इससे पहले दोनों नेता अलग-अलग प्लैटफॉर्म्स पर 6 बार मिल चुके हैं।
जून 2017 में हुई थी पहली मुलाकात
दोनों के बीच पहली मुलाकात जून 2017 में हुई थी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका गए थे और व्हाइट हाउस के विशिष्ट अतिथि बने थे। इस मुलाकात के दौरान खुद डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री को पूरा व्हाइट हाउस दिखाया था। दोनों के बीच हुई इस पहली मुलाकात की चर्चा पूरी दुनिया में हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी इस पहली मुलाकात को भारत और अमेरिका के रिश्तों का एक अहम पन्ना माना था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मीटिंग का दौरान २० अमेरिकी कंपनीज के सीईओ के साथ मुलाकात की थी।
ट्रंप ने भारत को बताया था सच्चा दोस्त
मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान ट्रंप ने अपने प्रशासन को भारत का सच्चा दोस्त बताया था। इस मीटिंग में दोनों ही देशों ने आतंकवाद से निपटने को अपनी प्राथमिकता बताए था। व्हाइट हाउस में हुई इस मीटिंग के बाद दोनों नेताओं की अगली मुलाकात नवंबर 2017 में ASEAN देशों के सम्मेलन के दौरान फिलीपींस में हुई। दोनों नेताओं की तीसरी मुलाकात नवंबर 2018 में जी20 सम्मेलन के दौरान अर्जेंटीना में हुई। इसके बाद दोनों नेता जून 2019 में ओसाका में मिले।
‘हाउडी मोदी’ से अपने में छाए प्रधानमंत्री
अगस्त 2019 में मोदी और ट्रंप फ्रांस के बियारिट्स में और फिर सितंबर 2019 में में न्यूयॉर्क में मिले। दोनों नेताओं के बीच सबसे चर्चित मुलाकात सितंबर 2019 में ह्यूस्टन में आयोजित किए गए ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम के दौरान हुई। भारत में महाराष्ट्र चुनाव से ठीक पहले अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में हुए इस कार्यक्रम में अमेरिका में रह रहे हजारों भारतीयों ने शिरकत की। प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता का आलम यह था कि अमेरिका की धरती पर जब वहां के राष्ट्रपति खुद स्टेज पर मौजूद थे तब भी नारे सिर्फ मोदी के नाम के लग रहे थे।
चुनावी साल में इसलिए भारत आ रहे ट्रंप!
इसके बाद दोनों नेताओं की मुलाकात भारत-जापान-अमेरिका बीच हुई त्रिपक्षीय वार्ता की दौरान हुई। इसके अलावा दोनों नेताओं के बीच जनवरी, मई और अगस्त में फोन पर बातचीत की। राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप की यह पहली यात्रा है। गौरतलब है कि इसी साल अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। माना जा रहा है कि चुनाव से पहले अमेरिका में रह रहे भारतीयों को लुभाने के लिए ट्रंप भारत आ रहे हैं। दरअसल, अमेरिका में रहने वाला भारतीय समाज परंपरागत रूप से डेमोक्रैट्स का समर्थक रहा है। डोनाल्ड ट्रंप ह्यूस्टन में हुए ‘हाउडी मोदी’ इवेंट के दौरान वहां रह रहे भारतीय समाज में मोदी के प्रति दीवानगी देख चुके हैं। शायद यही वजह है कि डोनाल्ड ट्रंप ने इस चुनावी साल में भारत को अपनी पहली यात्रा के लिए चुना है।
‘हाउडी मोदी’ की तर्ज पर ’केम छो ट्रंप’
इस यात्रा के दौरान उनके स्वागत की भव्य तैयारियां शुरू हो गई हैं। 24 और 25 फरवरी की इस दो दिवसीय यात्रा में डोनाल्ड ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ पहुंचेंगे। इस यात्रा के दौरान एक दिन ट्रंप राजधानी दिल्ली में होंगे तो एक दिन गुजरात के अहमदाबाद में। ‘हाउडी मोदी’ की तर्ज पर ‘केम छो ट्रंप’ कार्यक्रम का आयोजन अहमदाबाद के मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम में किया जाएगा। इस कार्यक्रम में लगभग सवा लाख लोग शिरकत करेंगे और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए डोनाल्ड ट्रंप को भारतीय संस्कृति की एक झलक पेश की जाएगी।
साबरमती आश्रम भी जाएंगे ट्रंप और मोदी
इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साबरमती आश्रम जाएंगे। हालांकि जानकर इससे पूरी तरह से एक राजनीतिक यात्रा मान रहे हैं, लेकिन फिर भी इस यात्रा के दौरान इंटिग्रेटेड एयर डिफेंस सिस्टम और एमएच 60 रोमियो हेलीकॉप्टर के सौदे पर दस्तखत की उम्मीद है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों पर भी इस यात्रा के दौरान चर्चा होगी। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, ट्रंप 24 तारीख को अहमदाबाद पहुंचेंगे और 25 फरवरी को दिल्ली में होंगे।