चेन्नई: द्रमुक कार्यवाहक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने आज कहा है कि उनकी पार्टी के विधायक बढ़ा हुआ वेतन लेने से इंकार करते रहेंगे। वहीं अन्नाद्रमुक के विधायकों ने बढ़े हुए वेतन को स्वीकार कर लिया है।
श्रम दिवस पर आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम तब तक बढ़ा हुआ वेतन स्वीकार नहीं करेंगे जब तक राज्य सरकार के यातायात निगम के कर्मचारियों के वेतन संबंधी समस्या का समाधान नहीं हो जाता है।’’
द्रमुक नेता ने कहा कि उनकी पार्टी ने विधायकों के वेतन बढ़ाने के विधेयक का उस समय विरोध किया था जब उसे सदन में पेश में किया गया था। बाद में इस विधेयक को जनवरी में मंजूरी दे दी गई।
स्टालिन ने कहा कि उनकी पार्टी ने यातायात निगम के कर्मचारियों के वेतन बढ़ाने की मांग संबंधी आंदोलन को देखते हुए विधायकों के वेतन वृद्धि का विरोध किया था। उनका कहना है कि उनकी पार्टी श्रमिक वर्ग को अपना समर्थन देती रहेगी।
विधेयक के अनुसार विधायकों का वेतन और भत्ता 55,000 से बढ़कर 1,05,000 प्रति महीना हो गया है। कुल 90.91 फीसदी वेतन वृद्धि हुई।