नई दिल्ली: अक्सर देखा गया है कि राजनीतिक पार्टियां सत्ता में आने के लिए बड़े बड़े लोकलुभावन वादे करतीं लेकिन कभी-कभी वे वोट पाने के चक्कर में क़ायदे-क़ानून को भी ताक पर रख देते हैं। ऐसा ही एक मामला तमिलनाडु में भी देखने को मिला। यहां डीएमके विधायक और पूर्व मंत्री केएन नेहरू ने सत्ता में आने पर NEET परीक्षा में खुलेआम नकल करने की अनुमति देने का ऐलान किया है। बता दें कि तमिलनाडु में फिलहाल एआईएडीएमके की सरकार है और डीएमके वहां पर मुख्य विपक्षी पार्टी है।
मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षा से छूट मांग रहे तमिलनाडु के छात्रों को लुभाने के लिए डीएमके नेता केएन नेहरू ने सोमवार को कहा, 'अगर NEET में छूट पाने में हम नाकामयाब रहे तो निश्चित रूप से हमारी सरकार आने पर हम बच्चों को खुलेआम नकल करने की अनुमति देंगे। आप बिहार और मध्य प्रदेश में खुलेआम नकल होने देते हैं। क्यों? तमिल लोग ही कब तक ईमानदार बने रहेंगे?'
क्या है मामला
बता दें कि NEET से मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन को लेकर तमिलनाडु के छात्र काफी समय से मांग कर रहे हैं कि राज्य के स्टूडेंट्स को इस परीक्षा से छूट मिले। इसको लेकर काफी समय से राज्य में विरोध प्रदर्शन भी चल रहे हैं। हालांकि पिछले सत्र में NEET आधारित मेडिकल परीक्षा के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि तमिलनाडु में मेडिकल काउंसलिंग NEET के तहत ही कराई जाए।
बता दें कि इससे पहले राज्य सरकार ने अध्यादेश लाकर तमिलनाडु को NEET परीक्षा से बाहर रखने की बात कही थी। वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकार के इस फैसले पर रोक लग गई थी। इसके बाद से ही राज्य भर में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसे में सरकार के विरोध का फायदा उठाने के लिए विपक्षी पार्टी डीएमके भी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती।