चेन्नई: दिवंगत द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि की याद में रखी गई स्मृति बैठक उस वक्त भाजपा विरोधी समारोह में तब्दील हो गई जब यहां पहुंचे विभिन्न दलों के नेताओं ने भगवा पार्टी की खुलकर निंदा करनी शुरू कर दी और अगले लोकसभा चुनावों में उसे सत्ता से बाहर करने के लिए एकसाथ आने की अपील की।
दूसरी ओर, समारोह में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि द्रमुक और जनसंघ ‘‘कांग्रेस के शासन को चुनौती देने वाले और आपातकाल का विरोध करने वाले पहले दो दल हैं।’’ वहीं मौके पर मौजूद भाजपा विरोधी दलों ने मोदी सरकार के ‘‘अघोषित आपातकाल‘‘ लागू करने की कड़ी निंदा की।
राजग के सहयोगी बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी स्मृति बैठक में शामिल हुए। भाजपा और जद यू के नेताओं के समारोह से जाने के बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, माकपा, नेशनल कॉन्फ्रेंस आदि के नेताओं ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।